उत्तर प्रदेश : सपा सांसद आजम खान को 2 माह बाद अस्पताल से मिली छुट्टी, फिर भेजा जाएगा जेल
लखनऊ, 13 जुलाई। कोरोना से पीड़ित समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर के सांसद आजम खान को 65 दिनों बाद मेदांता अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। समझा जाता है कि ठीक होने के बाद आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को फिर सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा, जहां वे पिछले वर्ष फरवरी से बंद थे।
गौरतलब है कि रामपुर में अवैध जमीन कब्जाने और फर्जी प्रमाणपत्र बनाने जैसे कई आरोपों में लगभग डेढ़ वर्ष से सीतापुर जिला कारागार में बंद आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला की कोविड रिपोर्ट गत 30 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। गत नौ मई को आजम की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें व अब्दुल्ला को मेदांता लखनऊ शिफ्ट कर दिया गया था। तब से यहीं उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान आजम की तबीयत कई बार गंभीर हुई जबकि अब्दुल्ला जल्द ही स्वस्थ हो गए थे।
आजम अब पूरी तरह स्वस्थ : मेदांता लखनऊ
मेदांता अस्पताल ने मंगलवार को जारी बुलेटिन में बताया कि आजम खान और उनके बेटे को गत नौ मई को भर्ती कराया गया था, जिन्हें 13 जुलाई को डिस्चार्ज कर दिया गया है और अब दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। अस्पताल से ठीक होने के बाद आजम खान और उनके बेटे को दोबारा सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
पत्नी डॉ. तंजीन बोलीं – आजम अभी पूरी तरह स्वस्थ नहीं
इस बीच आजम खान की पत्नी और रामपुर की विधायक डॉ. तंजीन फातिमा ने मीडिया से कहा कि अभी आजम खान पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं, फिर भी उन्हें जेल ट्रांसफर किया जा रहा है। इसके पीछे क्या वजह है और सरकार की क्या नीयत है? वह नहीं समझ पा रही हैं।
कोरोना वैक्सीन लगवाने पहुंचीं डॉ. तंजीन ने कहा, ‘वो अभी स्वस्थ नहीं हैं। उन्हें कोविड से जुड़े बहुत से कॉम्प्लिकेशन हैं। मैं नहीं जानती किन परिस्थितियों में और किन कारणों से उन्हें जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। क्या साजिश है? क्या कारण है? मैं नहीं जानती कि बीमार इंसान को किन कारणों से अस्पताल से जेल शिफ्ट किया जा रहा है?
ज्ञातव्य है कि सीतापुर जेल में पति आजम और बेटे अब्दुल्ला के साथ डॉ. ताजीन फातिमा भी बंद थीं, लेकिन दिसम्बर, 2020 में उन्हें जमानत दे दी गई थी। लेकिन आजम व अब्दुल्ला, दोनों ही अपनी जमानत का इंतजार कर रहे हैं। आजम पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं तो बेटे अब्दुल्ला पर भी 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। दोनों को अभी किसी तरह की राहत मिलती नहीं दिखाई पड़ रही है।