यूपी: अफसरशाही में जल्द हो सकता है बड़ा बदलाव, कई विभागों में प्रमुख पदों पर नजर आ सकते हैं नए चेहरे, हलचल तेज
लखनऊ, 10 जून। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, एसीएस (मुख्यमंत्री) एसपी गोयल व एसीएस (नियुक्ति) देवेश चतुर्वेदी समेत कई विभागों के प्रमुख पदों पर आगामी दिनों में नए चेहरे नजर आ सकते हैं। दुर्गा शंकर मिश्र का जहां 30 जून को रिटायरमेंट है। वहीं, एसपी गोयल के निकट भविष्य में उप्र. से दिल्ली जाने के बाद यहां पंचम तल की अफसरशाही में बड़े बदलाव की संभावना है। इसी क्रम में गृह, कृषि, चिकित्सा-शिक्षा, नियुक्ति, वित्त आदि विभागों में भी फेरबदल संभव है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र उप्र. कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें बीते दिसंबर माह में तीसरा सेवा विस्तार मिला था, जिसकी अवधि इसी माह तक है। वहीं, 1989 बैच के आईएएस अफसर एसपी गोयल 2017 से पंचम तल पर तैनात हैं। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी भरोसेमंद अफसरों में से एक हैं। आने वाले दिनों में उन्हें केंद्र में महत्वपूर्ण पद मिलने की चर्चा शासन के गलियारों में है।
ऐसे में पंचम तल के मुख्य धारा के आईएएस अधिकारियों के हटते ही कई और अफसर इधर से उधर हो सकते हैं। इस प्रक्रिया में नए अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारियां मिलना स्वाभाविक है।
चर्चा है कि इस माह के आखिरी सप्ताह में नए मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के पद से लेकर कई विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और जिलाधिकारी भी बदले जाएंगे। दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद एक्शन में नजर आ रहे मुख्यमंत्री योगी विधानसभा चुनाव से पहले जनहित की योजनाओं को तेजी से जमीन पर उतारना चाहते हैं। इसी क्रम में वह शासन-प्रशासन पर अपनी पकड़ बनाने के लिए तेजतर्रार अफसरों की तैनाती करेंगे।
- मुख्य सचिव की रेस में मनोज कुमार सिंह आगे
मुख्य सचिव बनने की रेस में 1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह का नाम आगे है। मनोज सिंह मौजूदा मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के अवकाश पर होने की स्थिति में कार्यभार संभालते रहे हैं। हालांकि वरिष्ठता क्रम में 1987 बैच के दो अफसर अरुण सिंघल व लीला नंदन केंद्र में तैनात हैं। 1988 बैच के रजनीश दुबे राजस्व परिषद के चेयरमैन हैं और अगस्त में रिटायर होंगे। केंद्र में डीओपीटी की सचिव राधा एस चौहान भी 30 जून को सेवानिवृत्त हो रही हैं। बहरहाल, देखना यह है कि दुर्गाशंकर की कुर्सी यहां तैनात किस अफसर को मिलती है या केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से किसी अफसर की वापसी होगी।