यूपी में प्रॉपर्टी डीलर की मौत का मामला : सीएम योगी बोले – दोषी पुलिसकर्मियों को नहीं छोड़ेंगे
कानपुर/लखनऊ, 30 सितम्बर। कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर में कथित तौर पर पुलिस की बर्बर पिटाई से हुई मौत का मामला राजनीतिक रंग ले चुका है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने मृत मनीष के परिजनों से की मुलाकात
जनपद उन्नाव में गुरुवार को 81.89 करोड़ रुपये की लागत से 46 विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास करने के लिए कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस लाइंस में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी और उनके परिवार से मुलाकात की और कहा, ‘किसी भी दोषी को छोड़ेंगे नहीं, हम जांच करवा रहे हैं, हम आपके दुख में आपके साथ हैं।’
6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें किया जा चुका है निलंबित
इस मामले में गोरखपुर के छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें पहले ही निलंबित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करने वालो में मृतक प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी मीनाक्षी, बेटा अभिराज, पिता नंदकिशोर, भाई सौरभ, भांजा दुर्गेश बाजपेई, मित्र दीपक श्रीवास्तव, रंजीत सिंह अधिवक्ता व बहनोई रोहित शामिल थे।
मृतक की पत्नी को दी जाएगी सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद मीनाक्षी ने मीडिया से कहा, ‘सीएम ने हमारी बात को गंभीरता से सुना और कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस मामले को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर करने का भी आश्वासन दिया ताकि हम लोगों को कोई असुविधा न हो। योगी जी ने मुझे नौकरी दिलाने का भरोसा दिया है और वहां मौजूद अधिकारियों को इस संबंध में तत्काल निर्देश भी दिए हैं। मैं और मेरा परिवार योगी जी के प्रति कृतज्ञ है और भरोसा है कि मुझे और मेरे बच्चे को न्याय मिलेगा।’ समझा जाता है कि मीनाक्षी को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी पद पर नियुक्ति जाएगी।
इसके पहले लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘दो दिन पहले गोरखपुर में एक दुखद घटना घटी थी। मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि तत्काल मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए और दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। अपराधी, अपराधी होता है।मैंने कल सुबह ही यहां के जिला प्रशासन को कहा था कि मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहूंगा क्योंकि दुखद घटना घटी है, उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है। दोषी बख्शा नहीं जाएगा, सबकी जवाबदेही भी तय करेंगे।’
दागी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जबरन रिटायरमेंट और बर्खास्तगी की काररवाई होगी
सीएम योगी ने इसके पूर्व दिन में लखनऊ में टीम-9 की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस विभाग को लेकर कई अहम निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने एडीजी, कानून व्यवस्था और डीजी इंटेलिजेंस के नेतृत्व में प्रदेश में दो कमेटियां बनाने का निर्देश दिया है। ये दोनों कमेटियां पूरे प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों का रिकॉर्ड रिव्यू करेंगी। इसमें जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ जबरन रिटायरमेंट और बर्खास्तगी की काररवाई की जाएगी।