विरोध का नायाब तरीका : ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी ने कहा – कृषि कानूनों को वापस लेना होगा
नई दिल्ली, 26 जुलाई। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का अन्य विपक्षी दलों की भांति शुरू से ही विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मुखालफत का अनूठा तरीका निकाला और दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर चलाते संसद पहुंचे, जहां गत 19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। हालांकि कृषि कानून, पेगासस जासूसी कांड और कोविड कुप्रबंधन सहित अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों में अब तक एक दिन भी सुचारु ढंग से कामकाज नहीं हो पाया है।
सुरजेवाला और श्रीनिवास हिरासत में
वायनाड से सांसद राहुल गांधी के साथ ट्रैक्टर पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला व दीपेंद्र हुड्डा समेत अन्य कई कांग्रेसी नेता सवार थे। हालांकि इस कार्यक्रम के दौरान ही दिल्ली पुलिस ने सुरजेवाला और बीवी. श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया। ट्रैक्टर के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ पोस्टर चिपकाए गए थे और किसानों के समर्थन में बातें कही गई थीं।
किसानों की आवाज नहीं सुनी जा रही
राहुल गांधी ने कहा कि यह किसानों की आवाज है, किसानों की बात नहीं सुनी जा रही है। सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना होगा, ये काले कानून हैं। उन्होंने कहा कि किसानों पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं और उन्हें आतंकवादी तक कह दिया जा रहा है।
जंतर मंतर पर ‘किसान संसद’ जारी
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले लगभग नौ माह से राष्ट्रीय राजधानी की टिकरी, सिंघु और गाजीपुर सीमाओं पर आंदोलनरत किसान संगठनों की ओर से संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत के साथ ही जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ लगाई जा रही है। योजना के तहत 200 किसान प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे से शाम पांच बजे तक जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ के जरिए अपना विरोध जता रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन मॉनसून सत्र जारी रहने तक चलेगा।