महाराष्ट्र में चाचा-भतीजे की लड़ाई चुनाव आयोग पहुंची, अजित पवार ने एनसीपी और पार्टी सिंबल पर ठोका दावा
मुंबई, 5 जुलाई। महाराष्ट्र में एक वर्ष पहले उभरे राजनीतिक परिदृश्य की कहानी दोहराई जा रही है। इस क्रम में शिव सेना की ही भांति राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की लड़ाई भी चुनाव आयोग के दरवाजे तक जा पहुंची है और महाराष्ट्र सरकार में दूसरे उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने तीसरे दिन अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने उनके समर्थन में विधायकों और सांसदों के 40 से अधिक हलफनामे दाखिल कर दिए हैं। चाचा-भतीजे की इस लड़ाई में अजित पवार ने एनसीपी पर दावा ठोकने के साथ ही एनसीपी के चुनाव चिह्न की भी मांग कर दी है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि शरद पवार खेमे ने आयोग के समक्ष एक याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि गुटीय लड़ाई के संबंध में कोई भी निर्देश पारित करने से पहले उनकी बात सुनी जाए। चुनाव आयोग आगामी दिनों में याचिकाओं पर सुनवाई करने के साथ दोनों पक्षों से उसके समक्ष प्रस्तुत संबंधित दस्तावेजों का आदान-प्रदान करने के लिए कह सकता है।
गौरतलब है कि शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित एनसीपी में रविवार को विभाजन हो गया और अजित पवार 40 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए महाराष्ट्र में शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली ती।
अजित पवार ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं – प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल व दिलीप वाल्से पाटिल के साथ असली एनसीपी होने का दावा किया। शरद पवार ने भी असली एनसीपी होने का दावा किया और पटेल तथा लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे को पार्टी से निष्कासित कर दिया। शरद पवार गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भी पत्र लिखकर रविवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले नौ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
संख्या बल में अजित पवार को बढ़त, ज्यादा विधायक बैठक में शामिल
इस बीच महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा बुधवार को मुंबई में बुलाई गई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की बैठक में पार्टी के 53 में से कम से कम 30 विधायक शामिल हुए। सूत्रों ने दावा किया कि यह संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि एनसीपी के आठ विधान पार्षद में से भी पांच नेता उपनगर बांद्रा में हो रही बैठक में भाग ले रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र विधानमंडल के पूर्व प्रधान सचिव अनंत कलसे ने कहा कि अजित पवार को अयोग्यता से बचने के लिए कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है।
शक्ति प्रदर्शन के लिए दोनों धड़ों ने बुलाई बैठक
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री बनने के लिए उनसे बगावत करने वाले उनके भतीजे अजित पवार द्वारा शक्ति प्रदर्शन के लिए बुलाई गई अलग-अलग बैठकों से कुछ घंटे पहले दोनों नेताओं के समर्थकों की भीड़ बुधवार को दक्षिण मुंबई स्थित उनके आवासों के बाहर एकत्र हो गई। एनसीपी का शरद पवार धड़ा दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चह्वाण केंद्र में और पार्टी का ही अजित पवार धड़ा उपनगरीय बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में अपनी-अपनी बैठक करने पहुंचा।