मेघालय : यूडीपी और पीडीएफ ने सरकार बनाने के लिए सत्तारूढ़ एनपीपी को दिया समर्थन
शिलांग, 5 मार्च। मेघालय में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) ने रविवार को राज्य में सरकार बनाने के लिए कोनराड संगमा की अगुआई वाली सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को अपना समर्थन दे दिया है।
यूडीपी के अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह ने इस आशय की पुष्टि की। लिंगदोह ने बताया, ‘हमने (यूडीपी और पीडीएफ) ने एनपीपी को अपना समर्थन दिया है। यूडीएफ और पीडीएफ का समर्थन मिलने के बाद अब एनपीपी की संख्या बढ़कर 45 हो गई है।
यूडीपी 11 सीटें जीतकर दूसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी
हालांकि एनपीपी 60 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े को नहीं छू सकी क्योंकि 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम में सत्तारूढ़ उसे 26 सीटों पर जीत मिली थी। यूडीपी और पीडीएफ से पहले एनपीपी ने भाजपा के साथ गठबंधन किया है। दो मार्च को आए चुनाव परिणाम में यूडीपी 11 सीटें जीतकर राज्य की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी है जबकि भाजपा और पीडीएफ के खाते में 2-2 सीटें आई हैं।
कोनराड संगमा 7 मार्च को दूसरे कार्यकाल के लिए सीएम पद की शपथ लेंगे
संगमा सात मार्च को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण शिलांग के राजभवन में होगा। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। संगमा ने बीते शुक्रवार को राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष मेघालय के मुख्यमंत्री के रूप में अपना इस्तीफा सौंपने के साथ राज्य में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने पांच-पांच सीटें जीतीं। वॉइस ऑफ द पीपल पार्टी को चार सीटें मिलीं जबकि हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को दो सीटें मिलीं। दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे। मेघालय में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं। विशेष रूप से, यूडीपी उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह की मृत्यु के बाद सोहियोंग निर्वाचन क्षेत्र में मतदान टाल दिया गया था।