उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर साधा निशाना – ‘आप महाराष्ट्र को धोखा देते हैं, 50 खोखे लेने के बाद डुबकी लगाने का क्या फायदा’
मुंबई, 28 फरवरी। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से महाराष्ट्र को धोखा देने का पाप नहीं धुलेगा। उल्लेखनीय है कि शिंदे और शिवसेना विधायक इस सप्ताह की शुरुआत में प्रयागराज महाकुम्भ पहुंचे थे और त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी।
मराठी भाषा गौरव दिवस के अवसर पर पार्टी के एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि नव-हिन्दुत्ववादियों को उनकी पार्टी को भगवान राम का महत्व सिखाने की जरूरत नहीं है। ठाकरे ने शिंदे का नाम लिए बगैर कहा, ‘मैं गंगा का सम्मान करता हूं, लेकिन 50 खोखे लेने के बाद इसमें डुबकी लगाने का क्या फायदा है। यहां, आप महाराष्ट्र को धोखा देते हैं, 50 खोखे लेते हैं और फिर डुबकी लगाते हैं। इससे किसी का पाप नहीं धुलता। (गंगा में) कई बार डुबकी लगाने के बाद भी विश्वासघाती होने का ठप्पा कैसे जाएगा।’
स्मरण रहे कि पार्टी में विभाजन के बाद 2022 में शिवसेना (उबाठा) ने शिंदे और 39 विधायकों पर शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के लिए 50 खोखे (प्रत्येक को 50 करोड़ रुपये) लेने का आरोप लगाया थी। शिंदे के विद्रोह के कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।
भाजपा पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश उन लोगों के हाथों में है, जिनका स्वतंत्रता संग्राम से कोई संबंध नहीं है और राज्य उन लोगों के हाथों में है, जिनका संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन से कोई संबंध नहीं था।
शिंदे ने महाकुम्भ में शामिल नहीं होने के लिए ठाकरे पर कटाक्ष किया था
इससे पहले दिन में डिप्टी सीएम शिंदे ने महाकुम्भ में शामिल नहीं होने के लिए ठाकरे पर कटाक्ष किया था और कहा था कि ठाकरे खुद को हिन्दू कहलाने से डरते हैं। शिंदे ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना पत्रकारों से कहा, “जो लोग महाकुम्भ में शामिल नहीं हुए, उनसे पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने इसमें हिस्सा क्यों नहीं लिया। वे कहते रहते हैं कि वे हिन्दू हैं। बालासाहेब ठाकरे ने गर्व से नारा दिया था, ‘गर्व से कहो हम हिन्दू हैं’, लेकिन अब वे खुद को हिन्दू कहलाने से डरते हैं और (बाल ठाकरे को) हिन्दूहृदय सम्राट कहते हैं।’’
