वाराणसी में गंगा घाटों पर विवादित पोस्टर : बजरंग दल के दो कार्यकर्ता गिरफ्तारी के बाद रिहा
वाराणसी, 9 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा घाटों पर गैर हिन्दुओं का प्रवेश प्रतिबंधित लिखा हुआ पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ दिया गया। दोनों आरोपितों – राजन गुप्ता और निखिल त्रिपाठी को पांच लाख रुपये के निची मुचलका भरने के बाद रिहा किया गया।
5-5 लाख रुपये का निजी मुचलका भरने के बाद छोड़े गए आरोपित
पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बताया कि घाटों पर पोस्टर लगाते देखे गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ शांति भंग करने के लिए सीआरपीसी की धारा 107/16 के तहत नोटिस जारी की गई थी। दोनों को पुलिस लाइन में एसीपी कोर्ट लाया गया, जहां उन्होंने पांच-पांच लाख रुपये के निजी मुचलके जमा किए, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
गैर-हिन्दुओं के गंगा घाटों पर प्रवेश से प्रतिबंध लगाने संबधित पोस्टर चिपकाए थे
गौरतलब है कि गत छह जनवरी को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने घाटों पर गैर-हिन्दुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले कई पोस्टर चिपकाए थे। पोस्टरों में संदेश था कि जो लोग गंगा के घाटों को पिकनिक स्पॉट मानते हैं, उन्हें मां गंगा के घाटों से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह सनातन संस्कृति का प्रतीक है।
कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने जताया था विरोध
पोस्टरों में कहा गया था कि सनातन धर्म का सम्मान करने वालों का वे स्वागत करते हैं। इन पोस्टरों का कांग्रेस नेताओं और सहज संस्कृति मंच सहित कई समूहों ने विरोध किया था। उन्होंने इसे साम्प्रदायिक सद्भाव और शांति भंग करने के लिए एक प्रयास करार दिया था।