टोक्यो ओलंपिक : मुक्केबाज लवलीना सेमीफाइनल में, भारत का दूसरा पदक तय, महिला हॉकी में पहली जीत
टोक्यो, 30 जुलाई। टोक्यो ओलंपिक खेलों के आठवें दिन शुक्रवार को भारत ने वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (रजत पदक) के बाद दूसरा पदक सुनिश्चित कर लिया, जब महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। हालांकि एक अन्य मुक्केबाज सिमरनजीत कौर बाथ को पहले ही दौर में मात खानी पड़ी। उधर महिला हॉकी में भारतीय टीम ने पहली जीत दर्ज की और खुद को क्वार्टर फाइनल की दौड़ में बनाए रखा।
ताइपे की मुक्केबाज को 4-1 से दी शिकस्त, अब विश्व विजेता से मुकाबला
कोकुजिकन एरेना में उतरीं असम की 23 वर्षीया मुक्केबाज लवलीना ने वेल्टरवेट (64-69 किलोग्राम) वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे की निएन-चिन चेन को अंकों के आधार पर 4-1 (30-27, 29-28, 28-29, 30-27, 30-27) से शिकस्त दी। एक छोड़ सभी चारों जजों ने लवलीना के पक्ष में फैसला सुनाया। ओलंपिक में पदक पक्का करने वाली असम की पहली मुक्केबाज लवलीना का सेमीफाइनल में विश्व विजेता तुर्की की मुक्केबाज बुसानेज सुरमेनेली से बुधवार को सामना होगा।
ताइवानी मुक्केबाज के खिलाफ कद में 1.77 मीटर लंबी लवलीना ने अपना पहला राउंड 3-2 से जीता। इसके बाद दूसरे राउंड में फैसला लवलीना के पक्ष में गया। तीसरे राउंड में चीनी ताइपे की मुक्केबाज ने वापसी की कोशिश की, लेकिन लवलीना ने अपने शानदार डिफेंस से विपक्षी मुक्केबाज को कोई मौका नहीं दिया।
ओलंपिक मुक्केबाजी में यह भारत का तीसरा पदक होगा
निएन-चिन से लवलीना की यह चौथी फाइट थी। इससे पहले हुए तीनों मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। फिलहाल ओलंपिक के मंच पर लवलीना ने सारी कसर निकाल ली। इसके साथ ही ओलंपिक मुक्केबाजी में भारत का तीसरा पदक पक्का हो गया। इसके पूर्व विजेंदर सिंह (बीजिंग, 2008) और एम.सी. मैरीकॉम (लंदन, 2012) ने देश को कांस्य पदक दिलाए थे।
ओलंपिक टिकट पाने वाली असम की पहली मुक्केबाज
दो बार विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीत चुकीं लवलीना असम की पहली बॉक्सर हैं, जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया। 1.77 मीटर लंबी लवलीना ने असम के एक छोटे से गांव से ओलंपिक तक का सफर तय किया है। गोलाघाट जिले में पड़ने वाली सरुपथर विधानसभा के छोटे से गांव बरोमुखिया की आबादी महज दो हजार है।
थाई मुक्केबाज से हार गईं सिमरनजीत
हालांकि सिमरनजीत कौर को लाइटवेट (57-60 किलो) वर्ग के पूर्व क्वार्टर फाइनल मुकाबले में थाई स्पर्धी थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी के हाथों 0-5 से हार गईं। सुदापोर्न तीनों राउंड में बीस छूटी और पांचों जजों ने उनके पक्ष में 30-27, 30-27, 30-27, 30-27, 30-27 से फैसला सुनाया।
महिला हॉकी टीम की पहली जीत, ऑयरलैंड को 1-0 से दी शिकस्त
उधर ओआई हॉकी स्टेडियम की नार्थ पिच पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने पूल ए के अपने अंतिम आयरलैंड को 1-0 से शिकस्त दी। इस संघर्षपूर्ण मुकाबले के पहले तीनों क्वार्टर गोलरहित छूटे। नवनीत कौर ने खेल समाप्ति से तीन मिनट पूर्व भारत का इकलौता गोल किया। भारत को मैच में 14 पेनाल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन उनमें एक को भी नहीं भुनाया जा सका।
पूल में पांचवें स्थान पर भारतीय महिलाएं
चार मैचों में पहली जीत के बाद भारतीय महिलाएं तीन अंक लेकर पूल ए में नीदरलैंड्स (12 अंक), जर्मनी (12 अंक), ग्रेट ब्रिटेन (छह अंक) और आयरलैंड (तीन अंक) के बाद पांचवें स्थान पर हैं। दक्षिण अफ्रीका (0) अंतित स्थान पर है। भारत की अंतिम लीग मैच में दक्षिण अफ्रीका से ही मुलाकात होनी है।