केंद्र सरकार से किसान संगठनों की तीसरे दौर की वार्ता विफल, दिल्ली कूच के बीच किसानों का ‘भारत बंद’ आज
नई दिल्ली, 15 फरवरी। एमएसपी सहित विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच से उपजी टकराव की स्थिति के बीच गुरुवार की शाम चंडीगढ़ में किसान संगठनों की केंद्र सरकार से तीसरे दौर की वार्ता भी विफल हो गई।
किसान संगठनों के साथ बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी बैठक में पहुंचे। लेकिन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाले कानून पर बातचीत पर एक बार फिर कोई सहमति नहीं बनी।
वहीं दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी यानी शुक्रवार को भारत बंद का एलान कर दिया है भारत बंद में पंजाब के किसानों के साथ देश की सभी किसान यूनियन जुड़ेंगी। ऐसे में पंजाब से लेकर हरियाणा तक, दिल्ली से लेकर यूपी तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस की तरफ से दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। किसान संगठनों से भी कहा जा रहा है कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें।
उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी को पंजाब के किसानों ने दिल्ली कूच का एलान किया था। इसके बाद पिछले तीन दिनों से पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने पंजाब व हरियाणा बॉर्डर पर किसानों को एक मीटर भी आगे नहीं बढ़ने दिया है। लेकिन अब भारत बंद के बहाने सिर्फ पंजाब के किसान ही नहीं, बल्कि देशभर के किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ एक साथ खड़े होंगे।
भारत बंद के दौरान क्या-क्या रहेगा बंद?
- 16 फरवरी को सब्जियों और अन्य फसलों की आपूर्ति, खरीद और बिक्री निलंबित रहेगी।
- सब्जी मंडियों, अनाज मंडियों, सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों, ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाएगा।
- शहरों की दुकानों और प्रतिष्ठानों को भी बंद रखा जाएगा।
- प्राइवेट और सरकारी गाड़ियां भी नहीं चलेंगी। सिर्फ एंबुलेंस, शव वाहन, शादी के लिए जा रही गाड़ियों, अस्पतालों, अखबार वाली गाड़ियों, परीक्षा देने जाने वाले छात्रों की गाड़ियों और अन्य इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही रास्ता खोला जाएगा।
- पंजाब के निजी बस उद्योग ने पंजाब के किसान संगठन के भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए घोषणा की है कि पंजाब में 16 तारीख को सभी निजी बसें बंद रहेंगी।
सिंघु बॉर्डर पर जवानों ने शुरू की रिहर्सल
MSP की गारंटी समेत किसानों की कुल 13 मांगें हैं। किसानों का कहना है कि सरकार अपना वादा पूरी नहीं कर रही है और इसके लिए अब संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में देशभर के किसान भारत बंद कर रहे हैं। जिस तरह से पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल है, उसे देखते हुए भारत बंद के लिए बड़ा अलर्ट जारी हुआ है। ऐसे में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवानों ने रिहर्सल शुरू कर दी है।
कई ट्रक एसोसिएशन और ट्रेड यूनियन भी शामिल
बताया जा रहा है कि किसान संगठन भारत बंद को लेकर यूपी गेट पर पहुंचेंगे, ऐसे में गाज़ीपुर बॉर्डर पर कड़ी तैयारी की गई है। किसानों के भारत बंद में कई ट्रक एसोसिएशन से लेकर, ट्रेड यूनियन भी शामिल हो रही हैं। ऐसे में सरकार की पूरी नजर है कि किसान कोई बड़ा बवंडर तो नहीं मचाने वाले हैं।
चढूनी ने किया आंदोलन के समर्थन का ऐलान
इस बीच हरियाणा के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) ने आंदोलन का समर्थन करने का एलान किया है। हालांकि संगठन शंभू बॉर्डर तक मार्च नहीं करेगा। संगठन की तरफ से कहा गया है कि मध्याह्न 12 बजे से तीन बजे के बीच हरियाणा के सभी टोल प्लाजा को फ्री किया जाएगा। 17 फरवरी को जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। वहीं 18 फरवरी को कुरुक्षेत्र में एक बैठक कर सभी किसान संगठनों से आंदोलन में शामिल होने की अपील की जाएगी।
नोएडा पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
इस बीच भारत बंद के मद्देनजर नोएडा पुलिस अलर्ट है। पुलिस सुबह से ही ग्रेटर नोएडा और नोएडा से दिल्ली बॉर्डर से लगने वाली सभी सीमाओं पर बैरियर लगाकर चेकिंग अभियान चलाएगी। ऐसे में नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाले मार्गों पर एक बार फिर भीषण जाम लग सकता है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने इसके लिए ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है और लोगों से अपील की है कि दिल्ली जाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मेट्रो का इस्तेमाल करें।
ट्रैफिक पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस वे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे होकर दिल्ली जाने वाले और सिरसा से परीचौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों की एंट्री को बैन कर दिया है। पुलिस ने मालवाहकों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन भी किया है।