पाकिस्तान : वजीरिस्तान में सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमला, 7 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, 13 अन्य घायल
इस्लामाबाद, 17 अक्टूबर। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी भयंकर तनाव के दौरान शुक्रवार को अफगान सीमा के निकट उत्तरी वजीरिस्तान स्थित एक सैन्य शिविर पर एक आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए। गौर करने वाली बात यह है कि इस्लामाबाद और काबुल के बीच दोहा में प्रस्तावित शांति वार्ता से कुछ घंटे पहले ही आत्मघाती हमला हो गया।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि एक आतंकवादी विस्फोटकों से लदे वाहन समेत मीर अली स्थित खादी सैन्य शिविर की चारदीवारी से जा टकराया। इसके साथ ही दो अन्य हमलावरों ने शिविर पर धावा बोलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें गोली मार दी गई।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली इस हमले की जिम्मेदारी
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि उसकी खालिद बिन वलीद आत्मघाती यूनिट और तहरीक तालिबान गुलबहादर ने हमलों को अंजाम दिया। अधिकारियों ने इसे हालिया महीनों में उत्तरी वजीरिस्तान में हुए सबसे गंभीर आतंकवादी हमलों में से एक बताया। वहीं स्थानीय सूत्रों ने बताया कि इलाके में भीषण झड़पों के बीच पाकिस्तानी सेना ने हमलावर हेलीकॉप्टर तैनात किए।
बाजौर के मामुंड तांगी शाह में भी धमाका
वजीरिस्तान सैन्य शिविर के अलावा बाजौर के मामुंड तांगी शाह इलाके में भी एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जो कथित तौर पर सड़क किनारे खड़े विस्फोटकों से लदे एक वाहन से हुआ। इस धमाके में किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है और सुरक्षा बलों ने आतंकवादी गतिविधि से संभावित संबंधों की जांच के लिए घटनास्थल की घेराबंदी कर दी है।
ये हमले पिछले हफ्ते काबुल पर पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के दौरान हुए हैं। दोनों देशों ने 48 घंटे के अस्थायी युद्धविराम पर सहमत होने से पहले एक-दूसरे को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया था।
पाक पीएम शहबाज शरीफ बातचीत के लिए तैयार
इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान की ओर से बार-बार आतंकवादी हमलों से धैर्य खोने के बाद इस्लामाबाद ने ‘जवाबी काररवाई’ की। लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि वह तनाव को कम करने के लिए बातचीत के लिए तैयार हैं।
तालिबान ने शहबाज के आरोपों को किया खारिज
हालांकि, तालिबान ने पीएम शहबाज के आरोपों को खारिज कर दिया और पाकिस्तानी सेना पर गलत जानकारी फैलाने, सीमा पर तनाव बढ़ाने और अफगानिस्तान को अस्थिर करने के लिए आईएसआईएस से जुड़े आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है।
