रायबरेली में सोनिया गांधी की भावुक अपील – ‘अपना बेटा आपको सौंप रही हूं, राहुल निराश नहीं करेंगे’
रायबरेली, 17 मई। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी अर्से बाद अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचीं तो भावुक हो उठीं। उन्होंने शुक्रवार को यहां पार्टी उम्मीदवार राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस व समाजवादी पार्टी की संयुक्त चुनावी रैली के दौरान अपने संक्षिप्त भाषण में स्थानीय जनता के प्रति आभार जताया और कहा कि वह अपने बेटे राहुल को रायबरेली की जनता को सौंप रही हैं, जो निराश नहीं करेंगे।
‘20 साल तक जिस तरह से आपने मुझे प्यार दिया है, वैसे राहुल को भी दें‘
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में स्थानीय जनता से भावुक अपील करते हुए कहा, ‘अपना बेटा आपको सौंप रही हूं। बीस साल तक जिस तरह से आपने मुझे प्यार दिया है, उसी तरह राहुल को भी दें। राहुल आपको निराश नहीं करेंगे।’ उन्होंने इस दौरान अपनी और इंदिरा गाधी से जुड़ी रायबरेली की यादें भी साझा कीं और कहा कि यह रिश्ता गंगा की तरह पवित्र है।
उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी ने 20 वर्षों तक रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व किया और इस बार उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पहले ही कर दी थी। इसी क्रम में वह अब राजस्थान कोटे से राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण कर चुकीं है। इधर रायबरेली सीट पर पार्टी उम्मीवार को लेकर अंतिम क्षणों तक उधेड़बुन कि स्थिति बनी थी और नामांकन दाखिले की अंतिम तिथि से एक दिन पूर्व राहुल गांधी के नाम की घोषणा की गई। राहुल हालांकि वायडना से भी दोबारा मैदान में हैं। रायबरेली में पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग है और शनिवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 17, 2024
सोनिया गांधी जब मंच पर पहुंचीं तो अखिलेश यादव भाषण दे चुके थे और राहुल का भाषण चल रहा था। प्रियंका गांधी खुद नीचे गईं और सोनिया को सहारा देकर मंच तक लाईं। सोनिया गांधी ने सबसे पहले रायबरेली का आभार जताया। इसके बाद कहा, ‘बीस साल तक एक सांसद के रूप में आपने मुझे सेवा करने का अवसर दिया। यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। रायबरेली मेरा परिवार है।’ उन्होंने इस दौरान अमेठी को भी याद किया और कहा, ‘अमेठी मेरा घर है।’
उन्होंने कहा, ‘यहां से न सिर्फ कोमल यादें जुड़ी हैं बल्कि सौ साल से हमारे परिवार की जड़ इस मिट्टी से जुड़ी हुई है। गंगा मां की तरह पवित्र यह रिश्ता किसान आंदोलन के साथ शुरू हुआ और आज तक कायम है।’
यह पल मेरे लिए बहुत ही भावुक कर देने वाला था!
मां ने रायबरेली की 100 वर्षों की सेवा की परंपरा का ध्वज आज मुझे भरोसे के साथ सौंप दिया।
मैं गर्व के साथ यह ज़िम्मेदारी स्वीकार करता हूं और वादा करता हूं कि मां के कहे एक-एक शब्द का मान रखूंगा। pic.twitter.com/xL7WWKKrDB
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‘मैंने राहुल-प्रियंका को वही शिक्षा दी, जो रायबरेली व इंदिरा जी ने मुझे दी है‘
सोनिया गांधी ने कहा, ‘इंदिरा जी के दिल में रायबरेली की अलग जगह थी। उन्हें काम करते हुए करीब से देखा है। उनके मन में आपके लिए असीम प्यार था। मैंने राहुल-प्रियंका को वही शिक्षा दी, जो रायबरेली और इंदिरा जी ने मुझे दी है। दोनों को बताया कि सभी का आदर करो। सभी की रक्षा करो। अन्याय के खिलाफ जनता के लिए जिससे भी लड़ना पड़े, लड़ जाओ। कभी किसी से डरना मत क्योंकि संघर्ष ही तुम्हारी जड़ें और परंपराएं बहुत मजबूत हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मेरा आंचल जीवनभर आपके आशीर्वाद और प्रेम से भरा रहा है। आपके प्रेम ने मुझे कभी अकेले नहीं पड़ने दिया है। मेरा सबकुछ आपका दिया हुआ है। मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं। जैसे आपने मुझे अपना माना, वैसे ही राहुल को अपना मान कर रखना है। राहुल आपको निराश नहीं करेंगे।’