चार धाम यात्रा से पहले गंगोत्री धाम में बर्फबारी, 22 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे कपाट
देहरादून, 19 अप्रैल। अगले हफ्ते शुरू हो रही चार धाम यात्रा से पहले उत्तराखंड में मौसम ने अचानक करवट ली है। इस क्रम में गंगोत्री धाम में ताजा बर्फबारी हुई। मंदिर कपाट 22 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे।
इस बीच करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बदरीनाथ धाम की 27 अप्रैल से शुरू हो रही यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। रहने की व्यवस्था को लेकर मास्टर प्लान के तहत धर्मशाला भी हैं।
व्यावसायिक हेलीकॉप्टरों से ईको- विकास शुल्क लिया जाएगा
इस साल बदरीनाथ जाने वाले व्यावसायिक हेलीकॉप्टरों से ईको- विकास शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क बदरीनाथ नगर पंचायत हेलीकॉप्टर के हर फेरे से वसूल करेगी। बदरीनाथ नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि नियमों को संशोधित किया जा रहा है।
पुरोहित ने बताया कि बदरीनाथ जाने वाले हेलीकॉप्टरों से हर व्यावसायिक फेरे से एक हजार रुपये की राशि ईको विकास शुल्क के रूप में ली जाएगी। इसके लिए नगर पंचायत ने अपने नियमों को संशोधित करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ नगर पंचायत की ओर से ईको विकास शुल्क का संग्रह तीन साल पहले 2020 में शुरू किया गया था, जिसके तहत बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों के वाहनों से अलग अलग श्रेणी में ईको शुल्क लिया जा रहा था।
वाहन से आने वाले यात्रियों को कूड़ा वापस ले जाने के लिए ‘गार्बेज बैग‘ भी मिलेंगे
इसके साथ ही वाहन से आने वाले यात्रियों को अपना कूड़ा साथ में वापस लाने के लिए ‘गार्बेज बैग’ भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जो वाहन इन ‘गार्बेज बैगों’ को नगर पंचायत को लौटाएंगे, उन्हें शुल्क के लिए काटे गए धन से 20 रुपये वापस किए जाएंगे। गार्बेज बैग देने का मकसद वाहनों के कारण बदरीनाथ में फैलने वाली गंदगी को नियंत्रित करना और कूड़ा फैलाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाना है।
विशेष दर्शन और प्रसाद के लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपये का शुल्क निर्धारित
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ समिति ने इस वर्ष से बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में श्रद्धालु के रूप में आने वाले सभी अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) से भगवान के विशेष दर्शन और प्रसाद के लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपये का शुल्क लेने का निर्णय लिया है।