गुजरात चुनाव : समाजवादी पार्टी ने लेडी माफिया डॉन संतोखबेन के बेटे कांधल जडेजा को पोरबंदर से दिया टिकट
पोरबंदर, 23 नवम्बर। गुजरात विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने जमाने की माफिया डॉन रहीं संतोखबेन जडेजा के बेटे कांधल जडेजा को महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर से चुनावी मैदान में उतारा है।
कांधल बोले – जीत के लिए मां का नाम ही काफी
भाजपा को हराने का दावा कर रहे कांधल जडेजा अपनी मां की सियासी विरासत का दंभ भरते हुए कहते हैं कि विधानसभा चुनाव में जीत के लिए उनका नाम ही काफी है। कांधल ने कहा कि उनके लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि वह किसी पार्टी के टिकट से खड़े हैं, बस वो खड़े हैं, इसलिए कुटियाना के लोग उनके नाम को देखकर वोट देंगे और फिर से विधानसभा में भेजेंगे।
कांधल ने कहा, ‘मेरे माता, पिता और चाचा कुटियाना सीट से विधायक रहे हैं, उन्होंने गरीबों के लिए बहुत काम किया है। लोग मेरे परिवार को जानते हैं और मेरे काम को भी जानते हैं। इसलिए वो मुझे वोट देते हैं। मैं यहां पैदा हुआ हूं और ये मेरी मां संतोख बेन जडेजा का गांव है।’
संतोखबेन किसी जमाने में पोरबंदर की गॉड मदर कही जाती थीं
कांधल जडेजा की मां संतोखबेन किसी जमाने में पोरबंदर की गॉड मदर कही जाती थीं। 80 के दशक के आखिर आते-आते अपराध की दुनिया से दूरी बनाने वाली संतोखबेन वर्ष 1989 के विधानसभा चुनाव में पोरबंदर के कुटियाना सीट जीत दर्ज करके विधायक बनी थीं। वर्ष 2011 में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी, लेकिन पोरबंदर में आज भी संतोखबेन को याद किया जाता है।
1999 में संतोखबेन के जीवन पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘गॉड मदर’ बनी थी
वर्ष 1999 में लेडी माफिया डॉन संतोषबेन जडेजा के जीवन पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘गॉड मदर’ बनी थी, जिसमें शबाना आजमी ने शानदार अभिनय किया है। ये ही सब कारण हैं कि मां संतोखबेन की प्रभाव का दम भरते हुए कांधल जडेजा बेहद भरोसे के साथ अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
2 बार के विधायक कांधल ने एनसीपी ने नाता तोड़ सपा का दामन थामा है
गुजरात की पहली लेडी डॉन के नाम से मशहूर संतोखबेन के बेटे कांधल जडेजा पर भी 500 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से अकेले 14 मामले हत्या के थे। कांधल ने अपना पहला चुनाव 2012 में पोरबंदर कुटियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। दूसरी बार भी 2017 में जडेजा ने एनसीपी के टिकट पर कुटियाना से ही जीत हासिल की। लेकिन इस बार एनसीपी ने इन्हें टिकट नहीं दिया, इस कारण कांधल ने एनसीपी को नमस्ते कहते हुए सपा का दामन थाम लिया है।