नई दिल्ली, 19 जुलाई। उच्चतम न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश विनीत सरन को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का आचरण अधिकारी और लोकपाल नियुक्त किया गया है। ये दोनों पद पिछले एक साल से रिक्त थे। सरन ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन का स्थान लिया है। जैन का कार्यकाल पिछले साल जून में समाप्त हुआ था।
न्यायमूर्ति डीके जैन का स्थान लेंगे जस्टिस सरन
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि माननीय न्यायमूर्ति सरन की नियुक्ति पिछले महीने हुई है। सरन ओडिशा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। उन्होंने कर्नाटक और इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में भी काम किया है।
65 वर्षीय पूर्व न्यायाधीश जस्टिस सरन ने खुद को क्रिकेट का प्रशंसक करार देते हुए कहा, ‘मैंने पिछले महीने कार्यभार संभाला है, लेकिन अब तक कोई आदेश पारित नहीं किया है।’
बीसीसीआई अब घरेलू मैचों के मीडिया अधिकारों को लेकर चर्चा करेगा
इस बीच इंडियन प्रीमियर लीग में मीडिया अधिकारों से रिकॉर्डतोड़ कमाई करने के बाद बीसीसीआई अब घरेलू मैचों के मीडिया अधिकारों को लेकर चर्चा करने की तैयारी कर रहा है। बीसीसीआई की शीर्ष समिति की आगामी बैठक में घरेलू मैचों (2023 से आगे) के मीडिया अधिकारों को लेकर चर्चा होगी।
कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो साल में बोर्ड की ज्यादातर बैठक ऑनलाइन हुई हैं, लेकिन मुंबई में होने वाली इस बैठक में सभी सदस्यों के मौजूद रहने की उम्मीद है। बैठक के लिए तय 12 सूत्रीय एजेंडे में ‘2022-2023 के घरेलू सत्र को लेकर जानकारी, अंपायरों का वर्गीकरण और भारत में खेले जाने वाले क्रिकेट मैचों के लिए मीडिया अधिकार’ शामिल हैं।
बीसीसीआई की मेजबानी वाले मैचों का मौजूदा अधिकार स्टार इंडिया के पास
बीसीसीआई की मेजबानी वाले मैचों का मौजूदा अधिकार स्टार इंडिया के पास है, जिसने 2018-23 चक्र के लिए 6138.1 करोड़ रुपये दिये थे। आईपीएल मीडिया अधिकारों के लिए हालांकि 48,390 करोड़ रुपये की बोली लगने के बाद इस रकम का काफी अधिक होना लगभग तय है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘मीडिया अधिकारों के साथ-साथ आगामी घरेलू सत्र पर भी चर्चा की जाएगी।’ कोरोना वायरस के कारण 2021 सत्र में पहली बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सका था और इस साल इसे मैचों की कम संख्या के साथ आयोजित किया गया।
बीसीसीआई की बैठक में पूर्व क्रिकेटरों की पेंशन में वृद्धि की भी पुष्टि की जाएगी
बायो-बबल (जैव-सुरक्षा माहौल) के बिना खेलों का आयोजन होने के बाद अब बीसीसीआई के पास पूर्ण घरेलू सत्र आयोजित करने का विकल्प होगा। बीसीसीआई इसमें पिछले महीने की घोषणा के बाद पूर्व क्रिकेटरों की पेंशन में वृद्धि की भी पुष्टि करेगा।