पहाड़ी राज्यों में बारिश का कहर जारी : हिमाचल में मृतक संख्या 29 तक पहुंची, उत्तराखंड में रोकी गई चार धाम यात्रा
शिमला/देहरादून, 14 अगस्त। पहाड़ी राज्यों – हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में हिमाचल में मरने वालों की संख्या जहां 22 तक पहुंच चुकी है वहीं उत्तराखंड के ऋषिकेश में भी गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जबकि पौड़ी जिले में इमारतों के गिरने की घटना सामने आई है। खतरे के ही मद्देनजर चार धाम यात्रा दो दिनों के लिए रोक दी गई है।
हिमाचल के सोलन के कंडाघाट उपमंडल के जादोन गांव में सोमवार सुबह बादल फटने से सात लोगों की जान चली गई। इसके अलावा सोलन के कंडाघाट उपमंडल के जादोन गांव में बादल फटने की घटना में दो घर और एक गोशाला बह गई। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने सोमवार को शिमला, कुल्लू, मंडी सहित कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
वहीं उत्तराखंड में भी मची भारी तबाही के बीच मौसम विभाग ने देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, उधम सिंह नगर और चंपावत जिलों के लिए भारी से बहुत भारी अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 17 अगस्त तक पहाड़ी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। लोगों से कहा गया है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। साथ ही पहाड़ी इलाकों में यात्राओं से बचने को कहा गया है।
हिमाचल में शिमला से दुखद खबर सामने आई, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में “शिव मंदिर” ढह गया। भूस्खलन की घटना पर मुख्यमंत्री सुख्विंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ‘समर हिल में चार शवों की पुष्टि हुई है और मलबे के अंदर 2-3 लोगों के दबे होने की आशंका है। शिमला के आसपास के इलाकों से कुल 8 शव निकाले गए हैं। मेरा मानना है कि दबे हुए लोगों की संख्या को देखते हुए हम मरने वालों की संख्या के बारे में नहीं कह सकते। हम उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं।’
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन के कारण यातायात बाधित होने के बाद 14 और 15 अगस्त को चार धाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि पौडी में भारी बारिश के कारण भारी जनहानि हुई है, जो बेहद दुखद है।