नई दिल्ली, 4 दिसंबर। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है भारतीय रेलवे को निजी हाथों में सौंपने का सवाल ही नहीं उठता है। रेलवे का कभी भी निजीकरण नहीं किया जाएगा। दुनियाभर में रेलवे सरकार चलाती है और यहां भी सरकार ही चलाएगी। उन्होंने देश के ख्यातिनाम मीडिया घराने इंडिया टुडे ग्रुप के ‘एजेंडा आजतक’ कार्यक्रम में शनिवार को यह बात कही। साथ ही यह भी कहा कि भारतीय रेलवे से अर्थव्यवस्था में सुधार संभव है, लेकिन इससे पहले रेलवे में सुधार की जरूरत है क्योंकि उसमें भारतीय इकोनॉमी को गति देने की पूरी ताकत है।
रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सभी सुविधाएं मिलें, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शहर के हिसाब से रेलवे स्टेशनों को बनाने की जरूरत है। जब रेलवे स्टेशन रीजनल कल्चर से जुड़कर बनेगा तो वह ज्यादा बेहतर होगा। लगभग 40 रेलवे स्टेशनों का डिजाइन बनकर तैयार है, जो आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।
2-3 वर्षों में 250 से 300 रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प
रेल मंत्री ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने हमसे कहा है कि इस तरह से रेलवे स्टेशनों का विस्तार होना चाहिए, जो अगले 50 वर्षों के लिए हो। हालांकि उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन वर्षों में 250 से 300 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने वाला है।
पीएम मोदी के साथ काम करना शानदार अनुभव
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम करना एक शानदार अनुभव है। उन्हें हर मंत्रालय के बारे में अच्छे से पता है। वह हर मंत्रालय के बीरीकियों पर गौर करते हैं। विकास को लेकर उनका अलग विजन है।