नई दिल्ली, 7 अक्टूबर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को केदारनाथ धाम के बाहर अपने चचेरे भाई और भाजपा सांसद वरुण गांधी से संक्षिप्त मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि केदारनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान दोनों भाइयों की भेंट हुई।
देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले दोनों चचेरे भाइयों की आम तौर पर सार्वजनिक रूप से मुलाकात कम देखी जाती है। फिलहाल इस मुलाकात के बाद वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर कुछ हलकों में एक बार फिर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। दिवंगत संजय गांधी व सुल्तानपुर की भाजपा सांसद मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी को हाल के महीनों में भाजपा की प्रमुख बैठकों में नहीं देखा गया है। पीलीभीत से लोकसभा सदस्य वरुण की कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर राय पार्टी से अलग रही है।
वरुण की बेटी को देख खुश हुए राहुल
सूत्रों ने बताया कि गांधी परिवार के दोनों सदस्यों ने पवित्र मंदिर के बाहर संक्षिप्त मुलाकात की और एक-दूसरे का अभिवादन किया। विरोधी दलों से ताल्लुक रखने वाले दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात बहुत छोटी और गर्मजोशी भरी थी। राहुल गांधी इस दौरान वरुण की बेटी अनुसूइया से मिलकर बहुत खुश हुए।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मुलाकात में कोई भी राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। राहुल गांधी पिछले तीन दिनों से उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में हैं जबकि वरुण गांधी ने मंगलवार को अपने परिवार के साथ केदारनाथ का दौरा किया। बदरीनाथ केदारनाथ टेंपल कमेटी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मीडिया को बताया कि वरुण गांधी मंगलवार सुबह दर्शन के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे थे जबकि राहुल गांधी तीन दिनों से वहां थे।
इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंजाब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘मैं जरूर प्यार से (वरुण गांधी से) मिल सकता हूं, गले लग सकता हूं, लेकिन उस विचारधारा को मैं स्वीकार नहीं कर सकता।’