कल्लाकुरिची, 20 जून। तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के करुणापुरम में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं। जहरीली शराब के शिकार कम से कम 82 अन्य लोगों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं विभिन्न जिलों से 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को कल्लाकुरिची में तैनात किया गया है।
जिलाधिकारी का ट्रांसफर, एसपी निलंबित
तमिलनाडु सरकार ने इस त्रासदी के मद्देनजर ने जिला कलेक्टर श्रवण कुमार जाटवथ का तबादला कर दिया और पुलिस अधीक्षक समय सिंह मीना को निलंबित कर दिया। एमएस प्रशांत और रजत चतुर्वेदी को क्रमश: कल्लाकुरिची का नया जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। नौ अन्य पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है। इनमें कल्लाकुरिची जिले की मद्यनिषेध शाखा के भी पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस संबंध में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जताया शोक
इस बीच तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। स्टालिन ने एक्स पर पोस्ट जारी कर कहा, ‘कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने से लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और दुखी हूं।’
सीएम स्टालिन ने किया जांच आयोग का गठन
वहीं मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस त्रासदी की गहन जांच करने के लिए उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. गोकुलदास की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है।
मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की सहायता राशि
मुख्यमंत्री स्टालिन ने मृतकों के पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये और इलाज करा रहे लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की।
AIADMK का आरोप – अवैध शराब की बिक्री के पीछे DMK
वहीं कल्लाकुरिची शराब त्रासदी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। मुख्य विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (AIADMK) ने राज्य में अवैध शराब बिक्री के लिए स्टालिन सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। एआईएडीएमके महासचिव एडापड्डी के. पलानीस्वामी ने कहा कि तमिलनाडु में अवैध शराब की बिक्री के पीछे डीएमके है और पूरे राज्य में नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं।
पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की
AIADMK प्रमुख पलानीस्वामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए त्रासदी को लेकर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘करीब 200 लोग प्रभावित हैं, 133 का इलाज चल रहा है। एक-एक करके लोग अस्पताल आ रहे हैं। कल्लाकुरिची अवैध शराब का केंद्र है। यह हमें दुखी और चिंतित कर रहा है। सभी मृतक और प्रभावित गरीब और वंचित हैं।’
मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए : DK
उधर द्रविड़ कझगम (DK) के अध्यक्ष के. वीरमणि ने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए एहतियाती कदम उठाने पर प्राथमिकता होनी चाहिए और भरोसा जताया कि डीएमके सरकार उचित कदम उठाएगी। वीरमणि ने कहा कि डीएमके सरकार ने घटना की जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग नियुक्त करके इस मुद्दे पर तेजी से काररवाई की है।