भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में बोले पीएम मोदी – देशवासियों की जो उम्मीदें है, हमें उन्हें पूरा करना है’
नई दिल्ली, 20 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज दुनियाभर के देश जिस प्रकार भारत की ओर उम्मीदभरी नजरों से देख रहे हैं, उसी प्रकार देशवासियों को भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से काफी उम्मीदें हैं और उनकी उम्मीदों को पूरा करना है कि भाजपा का मूल लक्ष्य है। उन्होंने शुक्रवार को जयपुर में शुरू हुई भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
पीएम मोदी ने कहा, ”पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में भारत के प्रति ‘एक विशेष भावना’ जागृत हुई है और वह देश की ओर बहुत उम्मीदों से देख रही है। ठीक इसी प्रकार देश की जनता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति ‘एक विशेष स्नेह’ रखती है और उसकी ओर बहुत उम्मीद से देख रही है।”
देश को ऊंचाई पर पहुंचाना ही भाजपा का मूल लक्ष्य
उन्होंने कहा, ‘देश की जनता की आकांक्षाओं से भाजपा जैसे राजनीतिक दल का दायित्व भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। भाजपा भले ही अब तक की अपनी राजनीतिक यात्रा के शिखर पर हो, लेकिन उसका मूल लक्ष्य भारत को ऊंचाई पर पहुंचाना है, जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर मिटने वालों ने देखा था।’
‘देश के सामने जो चुनौतियां हैं, उन्हें देश के लोगों के साथ मिलकर पार करना है‘
आजादी की 100वीं वर्षगांठ की यात्रा में बचे 25 सालों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इस अमृत काल में देश ने अपने लिए लक्ष्य तय किए हैं और भाजपा के लिए यह समय इन लक्ष्यों के लिए निरंतर काम करने का है। देश के लोगों की जो उम्मीदें हैं, हमें उन्हें पूरा करना है। देश के सामने जो चुनौतियां हैं, उन्हें हमें देश के लोगों के साथ मिलकर पार करना है। विजय के संकल्प के साथ आगे बढ़ना है।’
‘हिन्दुस्तान का हर नागरिक आज नतीजे चाहता है‘
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश के लोगों में निराशा का माहौल था और सरकारों से उनकी उम्मीदें समाप्त हो गई थीं, लेकिन 2014 में हुए आम चुनाव में देश की जनता ने एक नया इतिहास लिखने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2014 के बाद भाजपा, देश को इस सोच से बाहर निकाल कर लाई है। आज निराशा नहीं, आशा और अपेक्षा का युग है। आज भारत के लोग आकांक्षाओं से भरे हैं। आज हिन्दुस्तान का हर नागरिक नतीजे चाहता है और सरकारों को काम करते हुए देखना चाहता है। वह अपनी आंखों के सामने परिणाम प्राप्त करना चाहता है। राजनीतिक नफा नुकसान से अलग, मैं इसे जनमानस में आया बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन मानता हूं।’
‘इतना कुछ पाने के बावजूद चैन से बैठने का हमारा कोई हक नहीं‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज 18 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, 400 से अधिक उसके सांसद हैं और राज्यसभा में भी वर्षों के बाद पार्टी 100 के आंकड़े को छूने जा रही है। लेकिन इसके बावजूद चैन से बैठने का हमारा कोई हक नहीं है। हमें सत्ता भोग ही करना होता तो भारत जैसे विशाल देश में कोई भी सोच सकता है, अरे इतना सारा मिल गया… अब तो बैठो… आराम करो …जी नहीं, यह रास्ता हमारे लिए नहीं है। यह रास्ता हमें मंजूर ही नहीं है।’
उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश और पार्टी के लिए अपना जीवन खपा दिया है, वह भाजपा के कार्यकर्ताओं को आराम करने की इजाजत नहीं देते। उन्होंने कहा, ‘इतनी अच्छी विजय पताका फहर रही है। लेकिन आज भी, हम अधीर और बेचैन हैं, क्योंकि हमारा मूल लक्ष्य भारत को उस ऊंचाई पर पहुंचाना है, जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर मिटने वालों ने देखा था।’
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की यह बैठक गुरुवार को राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक के साथ शुरू हुई थी। बैठक से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुशाभाऊ ठाकरे और सुंदर सिंह भंडारी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने पार्टी महासचिवों से राज्यों की विस्तृत रिपोर्ट ली
सूत्रों के मुताबिक बैठक में नड्डा ने पार्टी महासचिवों से राज्यों की विस्तृत रिपोर्ट ली और पार्टी के कार्यक्रमों में तेजी लाने के निर्देश दिए। भाजपा की बैठक में राष्ट्रीय पदाधिकारियों, राज्य पार्टी प्रमुखों और संगठनात्मक सचिवों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता नड्डा ने की। संगठनात्मक मुद्दों पर ध्यान देने के अलावा इस साल और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई।
गौरतलब है कि इस साल के अंत तक गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में अगले साल चुनाव होंगे। सूत्रों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा होगी। बैठक में मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने के जश्न और बूथ स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने पर भी चर्चा होने की संभावना है।