पीएम मोदी ने लोकार्पित कीं 7 नई रक्षा कम्पनियां, कहा – रक्षा तैयारियों में देश की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजयादशमी के दिन शुक्रवार को सात नई रक्षा कम्पनियां राष्ट्र को समर्पित कीं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 41 आयुध निमार्णियों को सात कम्पनियों में बदलने से रक्षा तैयारियों में देश की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र ने ‘राष्ट्र-सुरक्षा’ के लिए हाथ मिलाया है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और उसे नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से देश के रक्षा क्षेत्र में नवाचार की कमी देखी गई।
नई कम्पनियों के पास 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सात नई कम्पनियां रक्षा क्षेत्र में प्रगति और आत्मनिर्भरता की दिशा में सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगी। उन्होंने कहा कि इन कम्पनियों के पास 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर इस बात प्रमाण हैं कि देश का इनमें विश्वास बढ़ रहा है।
Dedicating seven new defence companies to the nation. https://t.co/13GpYvGyFm
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार रक्षा क्षेत्र में इतने बड़े सुधार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान का लक्ष्य देश को अपने दम पर दुनिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्ति बनाना और भारत में आधुनिक सैन्य उद्योग का विकास करना है।
भारतीय कम्पनियों को वैश्विक ब्रांड बनाने का लक्ष्य
उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि भारतीय कम्पनियां न केवल अपने उत्पादों में विशेषज्ञता हासिल करें बल्कि एक वैश्विक ब्रांड भी बनें। एक ओर जहां प्रतिस्पर्धी लागत हमारी ताकत है, वहीं गुणवत्ता और विश्वसनीयता, रक्षा उत्पादों की पहचान होनी चाहिए।’
सरकार ने इन कम्पनियों को दी है पूर्ण कार्यात्मक स्वायत्तता
प्रधानमंत्री ने स्टार्ट-अप्स कम्पनियों से एक दूसरे के अनुसंधान और विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए इस नई यात्रा का हिस्सा बनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन सात नई कम्पनियों को न केवल बेहतर उत्पादन वातावरण उपलब्ध कराया है बल्कि पूर्ण कार्यात्मक स्वायत्तता भी दी है। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि कर्मचारियों के हितों का पूरी तरह से ध्यान रखा जाए।