पीएम मोदी वारसॉ पहुंचे, 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा
वॉरसा, 21 अगस्त। दो यूरोपीय देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समयानुसार बुधवार की शाम पोलैंड की राजधानी वारसॉ पहुंचे। 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा के दौरान पीएम मोदी अपने पोलिश समकक्ष और राष्ट्रपति के साथ बैठकें करेंगे और भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे।
वॉरसा हवाई अड्डे पर पोलैंड के उपविदेश मंत्री व्लादिस्लाव टेओफिल बार्टोस्ज़ेव्स्की ने पीएम मोदी का स्वागत किया। वहीं भारतीय प्रवासी समुदाय के सैकड़ों सदस्य उस होटल के बाहर एकत्र हुए, जहां पीएम मोदी को प्रवास करना है। पीएम मोदी ने वारसॉ के होटल में भारतीय प्रवासियों का अभिवादन किया और बच्चों से बातचीत की। उन्होंने कलाकारों का पारंपरिक नृत्य भी देखा।
Landed in Poland. Looking forward to the various programmes here. This visit will add momentum to the India-Poland friendship and benefit the people of our nations. pic.twitter.com/KniZnr4x8g
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2024
पोलैंड के दो दिवसीय अधिकारिक दौरे पर पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर कहा, ‘पोलैंड पहुंच गया। यहां विभिन्न कार्यक्रमों के इंतजार में हूं। इस यात्रा से भारत-पोलैंड मित्रता को गति मिलेगी और हमारे देशों के लोगों को लाभ होगा।’
Deeply touched by the warm welcome from the Indian community in Poland! Their energy embodies the strong ties that bind our nations. pic.twitter.com/mPUlhlsV99
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2024
पीएम मोदी सबसे पहले नवानगर के जाम साहब के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। यह स्मारक नवानगर (अब जामनगर) के पूर्व महाराजा, जाम साहब दिग्विजय सिंहजी रणजीतसिंहजी को समर्पित है। 1942 में, महाराजा ने शरणार्थी पोलिश बच्चों के लिए जामनगर में पोलिश बाल शिविर की स्थापना की, जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूएसएसआर से बाहर लाया गया था।
इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री का हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया गया। उन्होंने लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक शहर वारसा पहुंचे। हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया गया। यह यात्रा विशेष महत्व रखती है क्योंकि भारत और पोलैंड इस वर्ष राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।’