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ओवैसी का केंद्र सरकार पर तंज – कोई लड़की यदि 18 वर्ष की उम्र में पीएम चुन सकती है तो जीवनसाथी क्यों नहीं?

ओवैसी का केंद्र सरकार पर तंज – कोई लड़की यदि 18 वर्ष की उम्र में पीएम चुन सकती है तो जीवनसाथी क्यों नहीं?

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मेरठ, 18 दिसंबर। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि यदि कोई लड़की 18 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री चुन सकती है तो जीवनसाथी क्यों नहीं?

लड़कों के लिए 21 आयु सीमा घटाकर 18 कर दी जानी चाहिए

हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने शनिवार को यहां हापुड़ रोड पर आयोजित शोषित वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पितृत्ववाद का एक बहुत अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘18 साल की उम्र में एक भारतीय नागरिक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर सकता है, व्यवसाय शुरू कर सकता है, प्रधानमंत्री चुन सकता है और सांसदों और विधायकों का चुनाव कर सकता है। मेरा विचार है कि लड़कों के लिए 21 आयु सीमा घटाकर 18 कर दी जानी चाहिए।’

सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया

ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भारत में बाल विवाह आपराधिक कानून के कारण नहीं बल्कि शिक्षा और थोड़ी आर्थिक प्रगति के कारण कम हुआ है। इसके बावजूद, सरकारी आंकड़े हमें बताते हैं कि लगभग 1.2 करोड़ बच्चों की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो रही है। इस सरकार ने महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए कुछ खास नहीं किया है। कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी जो 2005 में 26 प्रतिशत थी, 2020 में यह घटकर 16 प्रतिशत रह गई।’

उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आपकी सरकार ने लड़कियों के लिए क्या किया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर 446 करोड़ जारी किए, जिसमें 80 फीसदी मोदी के फोटो में खर्च कर दिया। आरएसएस ज्यादा बच्चे पैदा करने की मुखालफत कर रहा है। टीएफआर के तहत आज सौ लोग पैदा हो रहे हैं तो उससे ज्यादा लोग मर रहे हैं। पूरी दुनिया में भारत नौजवान देश है।

विधानसभा चुनाव लड़ने की उम्र 21 वर्ष करने का सुझाव

उन्होंने कहा, ‘डेटा प्रोटेक्शन बिल में आपको डेटा शेयर करने का अधिकार है, लेकिन आप पार्टनर नहीं चुन सकते। यह कैसा तर्क है? इसलिए मुझे लगता है कि यह एक गलत कदम है। मेरे विचार से 21 वर्ष की आयु में विधानसभा चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाना चाहिए। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि अब निजता मौलिक अधिकार है। कोई चुन सकता है कि किससे शादी करनी है, कोई यह चुन सकता है कि कब बच्चा हो।’

ओवैसी ने कहा कि अमेरिका में कई राज्य ऐसे हैं, जहां 14 साल बाद शादी की इजाजत है। ब्रिटेन और कनाडा में 16 साल की उम्र में शादी करने का अधिकार है। गौरतलब है कि बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महिलाओं के लिए शादी की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। सरकार इसी शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में एक विधेयक का प्रस्ताव ला सकती है।

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