भारत में कोरोना : सक्रिय मरीजों की संख्या 66 दिनों में न्यूनतम, रिकवरी रेट 98.64 फीसदी
नई दिल्ली, 4 मार्च। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की समाप्ति के साथ ही देश में इलाजरत मरीजों की संख्या घटकर 69,897 रह गई है। यह संख्या पिछले 66 दिनों में न्यूनतम है। पिछले वर्ष दिसंबर के उत्तरार्ध में इस महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत से पहले गत 27 दिसम्बर को देश में एक्टिव केस घटकर 75,456 रह गए थे। लेकिन उसके बाद नए मरीज इस कदर बढ़े कि 23 जनवरी को यह संख्या 22 लाख से ज्यादा कुल 22,49,335 तक जा पहुंची थी। फिलहाल उसके बाद से संक्रमण में लगातार कमी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
24 घंटे के अंदर 6,396 नए संक्रमित, एक्टिव रेट 0.16%
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गुरुवार को दिनभर में 6,396 नए मामले सामने आए और मौजूदा दैनिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है। इसी क्रम में 24 घंटे के दौरान 13,450 लोग स्वस्थ हुए और मौजूदा रिकवरी रेट 98.64 फीसदी है, जो मार्च, 2020 के बाद से उच्चतम स्तर पर है।
वहीं एक्टिव रेट गिरकर 0.16 फीसदी रह गया है, जो मार्च, 2020 के बाद से न्यूनतम स्तर पर है। हालांकि दिनभर में 113 लोगों की मौत भी हुई और इसमें केरल का 88 बैकलॉग जोड़ने के बाद तीन मार्च की तिथि में कुल 201 मौतें दर्शाई गईं।
412 दिनों में टीकारण का आंकड़ा 178 करोड़ के पार
राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण अभियान की बात करें तो 412 दिनों में अब तक 178.29 करोड़ से अधिक 1,78,29,13,060 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें तीन मार्च को 24,84,412 लोगों का टीकाकरण भी शामिल है। वहीं आईसीएमआर के अनसार अब तक 77.09 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। बीते 24 घंटे में 9,23,351 लोगों की जांच की गई।
देश में कोरोना की तीसरी लहर 42 दिनों तक रही
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार की शाम जानकारी दी थी कि देश में कोविड की तीसरी लहर की अवधि महज 42 दिनों तक रही जबकि दूसरी लहर का प्रकोप 117 दिनों तक रहा था।
लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर 20 मार्च, 2021 को शुरू होकर 14 जुलाई, 2021 को खत्म हुई थी। उस दौरान देश में 1,94,31,743 लोग संक्रमित हुए थे और 2,52,038 लोगों की मौत हुई थी।
उन्होंने बताया कि तीसरी लहर की शुरुआत इस वर्ष चार जनवरी को हुई थी और इसकी रफ्तार 14 फरवरी को थम गई थी। कुल 42 दिनों में 77,42,652 लोग कोरोना संक्रमित हुए और 27,118 मौतें हुईं। देखा जाए तो टीकाकरण और बेहतर कोविड प्रबंधन का ही यह परिणाम रहा कि तीसरी लहर के दौरान संक्रमण का फैलाव और मौतों का आंकड़ा, दोनों ही कम रहे।