उत्तर कोरिया ने संविधान में किया बड़ा बदलाव, पहली बार देश को बताया ‘शत्रु राष्ट्र’
सियोल, 17 अक्टूबर। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव से दुनिया वाकिफ है। इस बीच उत्तर कोरिया की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तर कोरिया ने हाल में संशोधित किए गए अपने संविधान में दक्षिण कोरिया को पहली बार ‘शत्रु राष्ट्र’ के रूप में परिभाषित किया है। उत्तर कोरिया ने इस बात की पुष्टि की है। उत्तर कोरिया की संसद ने देश के संविधान में परिवर्तन करने के लिए पिछले सप्ताह दो दिन तक बैठक की थी, लेकिन सरकारी मीडिया ने इस सत्र के बारे में तत्काल अधिक विवरण उपलब्ध नहीं कराया था।
- किम जोंग उन ने उठाया था कदम
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने जनवरी में दक्षिण कोरिया को देश का मुख्य शत्रु घोषित करने, शांतिपूर्ण कोरियाई एकीकरण के लक्ष्य को समाप्त करने तथा उत्तर कोरिया की संप्रभुता एवं क्षेत्र को परिभाषित करने के लिए संविधान में बदलाव का आह्वान किया था। किम जोंग उन के आह्वान का असर अब देखने को मिला है।
- उत्तर कोरिया ने उठाया बड़ा कदम
हाल में उत्तर कोरिया ने उन सड़कों और रेल संपर्क सुविधाओं को ध्वस्त कर दिया था जो अब उपयोग में नहीं हैं, और जो कभी उत्तर कोरिया को दक्षिण कोरिया से जोड़ती थीं। आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने इन्हें ध्वस्त किए जाने के संबंध में बृहस्पतिवार को कहा कि संविधान दक्षिण कोरिया को एक शत्रु राष्ट्र के रूप में स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है। केसीएनए ने संवैधानिक बदलाव के बारे में कोई और विवरण नहीं दिया है।
- यह भी जानें
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, उत्तर कोरिया की तरफ से दावा किया गया है कि वह अपनी सेना 14 लाख नए सैनिकों की भर्ती कर रहा है। इसके लिए उसने अपने देश के युवाओं से सेना में शामिल होने की अपील की है। उत्तर कोरिया के पास 12.8 लाख एक्टिव सैनिक हैं, जबकि 6 लाख रिजर्व में है। इसके अलावा 57 लाख वर्कर और किसान गार्ड भी हैं।