ओमिक्रॉन का खतरा : विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश एक दिसंबर से प्रभावी
नई दिल्ली, 30 नवंबर। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के नए वैरियंट ओमिक्रॉन को देखते हुए विदेशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए दिशानिर्देशों को संशोधित किया है। अब ये पहली दिसंबर से प्रभावी होंगे।
नए दिशानिर्देशों के तहत मंत्रालय ने एयर सुविधा पोर्टल पर पिछले 14 दिनों का यात्रा विवरण और नेगेटिव आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य कर दिया है। आरटीपीसीआर जांच यात्रा शुरू करने के 72 घंटे के अंदर करायी जानी चाहिए।
इजराइल सहित कुछ देशों ने विदेशी यात्रियों पर लगाई रोक
इस बीच ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के मद्देनजर इजराइल, मोरक्को, जापान और दक्षिण कोरिया ने विदेशी यात्रियों पर रोक लगा दी है। यूरोपीय देशों ने भी विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं।
बाइडेन बोले – अमेरिका में लॉकडाउन की जरूरत नहीं
उधर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को कहा कि नया वैरिएंट चिंता का विषय है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वे लॉकडाउन का सहारा न लेकर, वैक्सीन और जांच के जरिए ओमिक्रॉन से निबटने की योजना गुरुवार को घोषित करेंगे।
इस बीच, विशेषज्ञों का कहना है कि नए वैरिएंट से निबटने के लिए वैक्सीन के प्रयोगशाला परीक्षण में कम से कम दो सप्ताह या उससे अधिक का समय लग सकता है। तभी यह पता लग पाएगा कि वैक्सीन इस वैरिएंट पर कितनी कारगर साबित हो सकती है। इसी क्रम में मॉडर्ना और फाइजर कम्पनियां जरूरी होने पर अपनी वैक्सीन में बदलाव कर सकती हैं।
वैरिएंट का लगातार बदलता स्वरूप चिंता का विषय : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि वैरिएंट का लगातार बदलता स्वरूप चिंता का विषय है। इसी क्रम में डब्ल्यूएचओ के तीन दिवसीय विशेष अधिवेशन में वैक्सीन का डेटा और प्रौद्योगिकी साझा करने और दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के संबंध में एक संधि पर विचार-विमर्श जारी है।