नाटो प्रमुख की भारत, चीन व ब्राजील को खुली धमकी – रूस से व्यापार महंगा पड़ेगा, 100% प्रतिबंध का दिखाया डर
वॉशिंगटन, 16 जुलाई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की BRICS देशों को दी गई धमकी के कुछ दिनों बाद उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के प्रमुख मार्क रूट ने रूस के साथ व्यापार संबंधों को लेकर भारत, ब्राजील और चीन को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे रूस के साथ व्यापार जारी रखते है तो गंभीर आर्थिक दंड (सेकेंडरी सैंक्शन) का सामना करना पड़ सकता है। मार्क ने अमेरिकी कांग्रेस में सांसदों से मुलाकात के दौरान विशेष रूप से नई दिल्ली और बीजिंग का जिक्र किया।
दिलचस्प यह है कि ये सभी ब्रिक्स समूह के देश हैं। भारत पहले भी कह चुका है कि वह अपने व्यापारिक संबंधों को राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए महत्व देता है। अमेरिकी सीनेटरों से मुलाकात के बाद पत्रकारों के साथ बाचतीत में रूट ने भारत, चीन और ब्राजील के नेताओं से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर शांति वार्ता को गंभीरता से लेने के लिए दबाव डालने का आग्रह किया।

भारत के खिलाफ 100% सेकेंडरी टैरिफ
रूट ने कहा, ‘यदि आप चीन के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री या ब्राजील के राष्ट्रपति हैं और रूस के साथ व्यापार करना और उनका तेल व गैस खरीदना जारी रखते हैं तो आपको पता होना चाहिए, यदि मॉस्को में बैठा व्यक्ति शांति वार्ता को गंभीरता से नहीं लेता है तो मैं 100 प्रतिशत सेकेंडरी प्रतिबंध लगा दूंगा। इन तीन देशों के लिए मेरा विशेष प्रोत्साहन यह है कि यदि आप बीजिंग या दिल्ली में रहते हैं या आप ब्राजील के राष्ट्रपति हैं तो आप इस पर गौर करना चाहेंगे क्योंकि यह आपको बहुत प्रभावित कर सकता है।’
पुतिन से बात करने की अपील
रूट ने भारत और दोनों अन्य देशों के नेताओं से पुतिन से शांति वार्ता के लिए सीधे तौर पर आग्रह करने अपील की। उन्होंने कहा, ‘प्लीज, व्लादिमीर पुतिन को फोन करें और उन्हें बताएं कि उन्हें शांति वार्ता को लेकर गंभीर होना होगा वरना इसका ब्राजील, भारत और चीन पर बड़े पैमाने पर असर होगा।’
ट्रंप ने भी दी थी टैरिफ की धमकी
नाटो चीफ की टिप्पणी के एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों के खिलाफ 100 प्रतिशत सेकेंडरी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही ह्वाइट हाउस ने नाटो के माध्यम से यूक्रेन को नए हथियारों की सप्लाई की मंजूरी भी दी थी।
ह्वाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप की योजना में पैट्रियट मिसाइल सिस्टम जैसे खतरनाक हथियार भेजना शामिल हैं। कीव इन हथियारों को रूसी हवाई हमलों का मुकाबला करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
