नई दिल्ली, 9 दिसम्बर। कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत सहित सभी 13 मृतकों के पार्थिव शरीर वायुसेना के विमान से यहां लाए जा रहे हैं और इनके आज देर शाम तक पालम हवाई अड्डे पर पहुंचने की संभावना है जिसके बाद उनकी सही पहचान के बाद पार्थिव शरीरों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। रक्षा सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि हादसे में मृत सभी लोगों के परिजनों को दिल्ली बुलाया गया है और इसके लिए उन्हें सभी संभव मदद दी गई है।
जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैनिकों की बुधवार को कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। सूत्रों ने बताया कि इन के पार्थिव शरीर खराब मौसम के कारण वेलिंगटन से सुलुर तक सड़क मार्ग से लाए गए जहां से वायु सेना का एक विमान इन्हें लेकर यहां आ रहा है। इस विमान के देर शाम तक पालम हवाई अड्डे पहुंचने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार देश के शीर्ष नेतृत्व द्वारा इन सभी को यहां श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। रक्षा सूत्रों ने कहा है कि दुर्घटना इतनी जबरदस्त और भयावह थी कि मृतकों के पार्थिव शरीर की पहचान करने में दिक्कत आ रही है। सही पहचान के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। पार्थिव शरीर की सही पहचान के लिए परिजनों की मदद के साथ साथ वैज्ञानिक तरीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
पार्थिव शरीरों की सही पहचान के बाद परिजनों की सलाह से सभी सैनिकों का उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनरल रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में किया जाएगा। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शनार्थ उनके आवास पर रखा जाएगा। इस बीच दुर्घटना में बुरी तरह घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें भी एंबुलेंस के जरिए वेलिंगटन से सुरूर सुलुर लाया गया है जहां से उन्हें बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल ले जाया जाएगा।