लखनऊ, 25 नवम्बर। ठंडी के मौसम में वैसे तो सभी को सर्दी से इंफेक्शन का खतरा बन रहता है, लेकिन इस मौसम में बच्चों का अधिक ख्याल रखना पड़ता है। बच्चों को ठंडी के मौसम कपड़ा न पहनाने का आपकी जरा सी लापरवाही उन्हें निमोनिया का शिकार बना सकती है, और ऐसे में बच्चे का सही ठंग से जल्द इलाज नहीं किया गया तो हालत गंभीर भी हो सकती है।
ऐसे में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एच.एस.गुप्ता बताते हैं कि सर्दियों के मौसम में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया की शिकायत अधिक होती है। निमोनिया फेफड़ों के संक्रमण से होता है, ऐसे में हम सभी को इसलिए सावधान रहने के लिए कह रहे हैं, क्योंकि इस समय सबसे ज्यादा निमोनिया ग्रसित बच्चे अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि निमोनिया मरीज के फेफड़ों में सूजन आ जाती है और फेफड़ो में पानी भर जाता है, जिससे खांसी शुरु हो जाती है और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। बच्चों को यह बीमारी अक्सर सर्दी-जुकाम के बाद शुरू होती है। बैक्टीरियल निमोनिया में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है।
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि नवजात शिशुओं को भी सर्दी से बचाना बहुत जरूरी होता है यदि उन्हें गरम कपड़े पहनाने में लापरवाही कर दी जाए तो नवजात शिशु हाइपोथर्मिया की चपेट में आ जाते हैं। उन्होंने कहा नवजात शिशुओं को गर्मी में भी फुल कपड़े और सिर में टोपी लगाकर रखना चाहिए।
ये हैं निमोनिया के लक्षण
1- बच्चों को बुखार होना
2- खांसी का लगातार बढ़ना
3- तेज सांस लेना भूख न लगना
4- उल्टी दस्त होना
5- सांस लेते समय घरघराहट की आवाज आना
6 -शरीर में पानी की कमी होना
ऐसे करें सर्दी से बचाव
1- बच्चों को हमेशा गर्म और फुल कपड़े पहनाएं
2- बच्चों को ठंडी हवा में बाहर न लेकर जाएं
3- चाय, गर्म पानी, सब्जियों का जूस पिलाते रहें।