भारत ने परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में वैश्विक प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभाई: विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
संयुक्त राष्ट्र, 28 सितम्बर। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि उनका देश परमाणु हथियार मुक्त विश्व का पक्षधर है और परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध भी है। श्रृंगला ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘सामूहिक विनाश के हथियारों का अप्रसार: व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि’ विषय पर अपने संबोधन में कहा कि भारत ने परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में वैश्विक प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभाई है तथा वह पहला देश है , जिसने 1954 में परमाणु परीक्षण पर प्रतिबंध लगाने और 1965 में परमाणु हथियारों के अप्रसार पर एक गैर-भेदभावपूर्ण संधि का आह्वान किया था।
उन्होंने कहा कि भारत परमाणु हथियार मुक्त विश्व के लक्ष्य और परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर दिया कि इस लक्ष्य को एक सार्वभौमिक प्रतिबद्धता और एक सहमत वैश्विक और गैर-भेदभावपूर्ण बहुपक्षीय ढांचे के तहत चरणबद्ध प्रक्रिया के माध्यम से हासिल किया जा सकता है, जैसा कि 2006 में परमाणु निरस्त्रीकरण पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तुत प्रपत्रों में इसका उल्लेख है। उन्होंने कहा कि वैश्विक परमाणु अप्रसार प्रयासों में प्रमुख भागीदार भारत ने वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने में सक्रिय रूप से समर्थन और योगदान दिया है।