रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर सहित 13 मंत्रियों का मोदी कैबिनेट से कटा पत्ता
नई दिल्ली, 7 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार से पहले कुछ बड़े मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया। इस क्रम में बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी इस्तीफा देना पड़ा।
इस प्रकार मोदी सरकार के कुल 13 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया। इनमें थावरचंद गहलोत कोएक दिन पहले ही कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया जा चुका है।समझा जा रहा है कि डॉ. हर्षवर्धन को हटाए जाने के पीछे कोरोना संकट का हाथ है, वहीं निशंक की खराब सेहत की वजह से कैबिनेट से विदाई हुई है। लेकिन सबसे चौंकाने वाले नाम रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर के हैं। ट्विटर और सरकार के बीच चल रही रस्साकशी के बीचप्रसाद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर थे। कई यूजर्स ने उन पर ‘देश के कानून को ठेंगा’ दिखा रहे ट्विटर के खिलाफ सख्त एक्शन केबजाय महज ‘जबानीजमा-खर्च’ का आरोप लगाया था। यहां तक कि ट्विटर ने एक अमेरिकी कानून के कथित उल्लंघन के लिए बीते दिनों उनके एकाउंट को भी कुछ देर के लिए लॉक कर दिया था।
मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले मंत्रियों का विवरण -थावरचंद गहलोत (अधिकारिता एवं सामाजिक न्याय मंत्री) -राज्यपाल बनाए गए। रविशंकर प्रसाद (कानून, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री)। प्रकाशजावड़ेकर (सूचना एवं प्रसारण मंत्री)। डॉ. हर्षवर्धन (स्वास्थ्य मंत्री)। रमेशपोखरियाल निशंक (शिक्षा मंत्री)। संतोष गंगवार (श्रम मंत्री)। सदानंद गौड़ा (रसायनएवं उर्वरक मंत्री)। देबोश्री चौधरी (महिला एव बाल विकास राज्य मंत्री)। बाबुलसुप्रियो (पर्यावरण राज्य मंत्री)। संजय धोतरे (शिक्षा राज्य मंत्री)। प्रतापसारंगी (पशुपालन राज्य मंत्री)। रतनलाल कटारिया (जलशक्ति राज्य मंत्री)। राव साहेबदानवे पाटिल (उपभोक्ता मामलों के राज्यमंत्री)।