लखनऊ, 10 अक्टूबर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले चुनावों के समय मतदाता सूची में जोड़े और काटे गये नामों का विवरण चुनाव आयोग राजनैतिक दल को देता था लेकिन इस बार ऐसी सूची का प्रकाशन नहीं किया जा रहा है। पता नहीं किस दबाव में जोड़े और काटे गए नामों का विवरण नहीं दिया जा रहा है यदि सूची का प्रकाशन नहीं किया गया तो चुनाव आयोग के खिलाफ पार्टी धरना देगी। यह बात अखिलेश यादव ने मंगलवार को सपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहीं।
उन्होंने कहा कि 2019 तक राजनैतिक दल को सूची दी गई। मिली जानकारी के अनुसार इस बार मतदाता सूची में 21,56,262 नाम जोड़े गए हैं जबकि 16,42,756 नाम काटे गए हैं। यदि यह सूचना हमें नहीं दी जाएगी तो कैसे पता लगेगा कि किसका नाम जोड़ा गया और किसका काटा गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के नेतृत्व में राज्य चुनाव आयोग पर मतदाता सूची पुनरीक्षण में गड़बड़ी को लेकर सपा ने ज्ञापन सौंपा था। अखिलेश ने कहा दिल्ली के केंद्रीय चुनाव आयोग में अधिकतर उत्तर प्रदेश के अधिकारी हैं और प्रदेश का ही चुनाव होना है। यदि हमारी बात नहीं सुनी जाती तो वहां पर भी ज्ञापन देंगे फिर भी प्रकाशन नहीं होता है तो उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंक लाइन में जन्मे खजांची बच्चे का जन्मदिन भी पार्टी कार्यालय में मनाया। उन्होंने कहा कि अभी तक लोग नोटबंदी परेशानियों को भूले नहीं। भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि आखिरकार इससे जनता को क्या फायदा हुआ ? ये केवल जनता को परेशान करने और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था।