नाडा ने विनेश फोगाट को जारी की नोटिस, ओलम्पियन महिला पहलवान ने आवास का गलत पता दिया था
नई दिल्ली, 13 जुलाई। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली ओलम्पियन महिला पहलवान विनेश फोगाट को आवास का गलत पता उपलब्ध कराने के लिए नोटिस जारी की है।
बुडापेस्ट रैंकिंग सीरीज 2023 स्पर्धा में भागीदारी कर रहीं विनेश
मीडिया खबरों के अनुसार विनेश फोगाट गुरुवार से शुरू हो रही बुडापेस्ट रैंकिंग सीरीज 2023 की कुश्ती प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने वाली हैं। यह प्रतियोगिता हंगरी में 16 जुलाई तक चलेगी।
नाडा की ओर से जारी नोटिस के अनुसार डोप नियंत्रण अधिकारी बीते 27 जून को विनेश के सोनीपत स्थित में प्रताप कॉलोनी के दर्ज पते पर पहुंचे थे, लेकिन वहां पर न तो विनेश मिलीं और न ही अधिकारी उनसे फोन से सम्पर्क कर पा रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डोप नियंत्रण अधिकारी लगभग 40 मिनट तक विनेश फोगाट से सम्पर्क करने का प्रयास करते रहे, लेकिन जब वो असफल रहे तो उन्होंने विनेश के पति सोमवीर राठी से फोन के माध्यम से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
खिलाड़ी को तीन माह में अपने आवास के बारे में जानकारी अपडेट करानी होती है
नाडा अधिकारी अंकुश गुप्ता ने विनेश फोगाट को सही पता न बताने और आवश्यक नियमों के पालन करने में विफलता का दोषी मानते हुए नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के लिए कहा है। इस संबंध में अंकुश गुप्ता ने बताया कि नाडा में पंजीकृत हर खिलाड़ी को तीन महीने में अपने आवास के बारे में जानकारी अपडेट करानी होती है ताकि नाडा जरूरत पड़ने पर उनके आवास पर पहुंच सके और एंटी-डोपिंग एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एडीएएमएस) को मैनेज कर सके।
उल्लेखनीय है कि नाडा को हर खिलाड़ी द्वारा अपना पता, ईमेल पता, फोन नंबर, कार्यसूची, प्रशिक्षण स्थल और कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करनी होती है। विनेश फोगाट भी दिसम्बर 2022 से आरटीपी का हिस्सा हैं।
नोटिस का जवाब देने के लिए 14 दिनों का समय
अंकुश गुप्ता ने कहा, ‘विनेश के पास इस नोटिस का जवाब देने के लिए 14 दिनों का समय है। हालांकि नोटिस के संबंध में विनेश को चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि 12 महीनों में यह पहली बार है कि उनका सही पता नहीं मिल पाया है। नाडा के नियमों के अनुसार यदि खिलाड़ी 12 महीने के अंतराल में तीन बार गलत पता बताता है तो उसे डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन माना जाता है, जिसके कारण खिलाड़ी को दो साल के निलंबन का प्रावधान है।