‘आयुष आपके द्वार’ अभियान की शुरुआत, वर्षभर में वितरित किए जाएंगे 75 लाख औषधीय पौधे
नई दिल्ली, 3 सितम्बर। आयुष मंत्रालय ने शुक्रवार को देशभर में 45 से अधिक स्थानोंपर ‘आयुष आपके द्वार’ अभियान शुरू किया। इस क्रम में आयुष राज्यमंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई ने आयुष भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कर्मचारियों को औषधीय पौधे वितरित कर इस अभियान की शुरुआत की।
आयुष राज्यमंत्री डॉ. मुंजापार की लोगों से औषधीय पौधों को अपनाने की अपील
डॉ. मुंजापार महेंद्रभाई ने इस अवसर पर अपने संबोधन में लोगों से औषधीय पौधों को अपनाने की अपील की और कहा कि इसे अपने परिवार का हिस्सा बनाएं साथ ही देखभाल भी करें। उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां ऐसी कई जड़ी-बूटियां मौजूद हैं, जिनमें असाध्य रोगों का उपचार करने की क्षमता है। लक्ष्मण जी के मूर्छित होने पर भी औषधियों का ही उपयोग किया गया था, इसलिए मैं चाहता हूं कि ऐसी असंख्य भूली-छिपी जड़ी-बूटियों पर शोध कर उन्हें सामने लाएं और मानवता की सेवा करें।’
21 राज्यों की रही भागीदारी, 2 लाख से ज्यादा औषधीय पौधे वितरित किए गए
इस अभियान की शुरुआत से जुड़ी गतिविधियों में कुल 21 राज्यों ने भागीदारी की। इस दौरान दोलाख से अधिक पौधे वितरित किए गए। इस अवसर पर आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, आयुष मंत्रालय में विशेष सचिव पी.के. पाठक, आयुष मंत्रालय में संयुक्त सचिव डी.सेंथिल पांडियन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
‘आयुष आपके द्वार ‘ अभियान का उद्देश्य एक वर्ष में देशभर के 75 लाख घरों में औषधीय पौधे वितरित करना है। इन औषधीय पौधों में तेजपत्ता, स्टीविया, अशोक, जटामांसी, गिलोय/गुडुची, अश्वगंधा, कुमारी, शतावरी, लेमनग्रास, गुग्गुलु, तुलसी, सर्पगंधा, कालमेघ, ब्राह्मी और आंवला शामिल हैं।
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत वाई-ब्रेक एप की शुरुआत, रोगनिरोधी आयुष दवाओं के वितरण सहित कई अन्य कार्यक्रम पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए कल व्याख्यान सीरीज आयोजित की जाएगी और 5 सितम्बर को वाई-ब्रेक एप पर एक वेबिनार का आयोजन भी किया जाना है।