मायावती का स्वामी प्रसाद मौर्य पर प्रहार, कहा – बौद्ध और मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं
लखनऊ, 30 जुलाई। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पूर्व कैबिनेट मंत्री व समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर ट्वीट के जरिए तीखा प्रहार करते हुए सपा पर भी निशाना साधा है। बसपा सुप्रीमो ने मौर्य को आड़े हाथों लेते हुए ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वे पर उनके सवाल उठाने पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे राजनीति से भरा बताया।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, ”समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का ताजा बयान कि बद्रीनाथ सहित अनेकों मन्दिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाये गये हैं तथा आधुनिक सर्वे अकेले ज्ञानवापी मस्जिद का क्यों बल्कि अन्य प्रमुख मन्दिरों का भी होना चाहिए, नए विवादों को जन्म देने वाला यह विशुद्ध राजनीतिक बयान”।
इसके साथ ही मायावती ने कहा कि ”जबकि मौर्य लम्बे समय तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे किन्तु तब उन्होंने इस बारे में पार्टी व सरकार पर ऐसा दबाव क्यों नहीं बनाया? और अब चुनाव के समय ऐसा धार्मिक विवाद पैदा करना उनकी व सपा की घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? बौद्ध व मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं”।
बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगर सर्वे हो रहा है तो सभी हिन्दू मंदिरों का होना चाहिए क्योंकि कई हिन्दू मंदिर बौद्ध मठों को तोड़कर बने हैं। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया था कि “8वीं शताब्दी तक बदरीनाथ धाम भी बौद्ध मठ था, आदि शंकराचार्य ने उसे हिन्दू मंदिर बनाया। ऐसे में अगर किसी एक की बात चलेगी तो फिर सभी की बात चलेगी। हम गड़े मुर्दे उखाड़ना नहीं चाहते हैं।”