
इजराइल के ताजा हमलों में हमास के कई प्रमुख नेता मारे गए, गाजा का दावा – 413 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान गई
दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी), 18 मार्च। इजराइल ने मंगलवार तड़के गाजा पट्टी क्षेत्र में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक के बाद एक कई हवाई हमले किए। इन हवाई हमलों में हमास सरकार आंतरिक मंत्रालय के महानिदेशक महमूद अबू वाटफा सहित कई नेता मारे गए हैं। उनके अलावा हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य अबू ओबैदा मोहम्मद अल-जमासी, इस्साम अ-दालीस, हमास के आंतरिक सुरक्षा प्रमुख बहजत अबू सुल्तान और न्याय मंत्रालय के महानिदेशक अबू अम्र अल-हत्ता भी इन हमलों के शिकार बने हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली सेना द्वारा गाजा पर किए गए इन हमलों ने 413 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान ले ली, जिसमें बड़ी संख्या महिलाएं व बच्च शामिल हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 413 मृतकों को गाजा के अस्पतालों में पहुंचाया गया है और कुछ लोगों के अब भी मलबे के नीचे दबे होने की संभावना है।
युद्धविराम बढ़ाने की वार्ता में ठहरने से नेतन्याहू ने दिया हमले का आदेश
बताया जा रहा है गत जनवरी में युद्धविराम के प्रभावी होने के बाद से यह गाजा में अब तक का सबसे भीषणतम हमला है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम बढ़ाने के लिए वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं होने के कारण उन्होंने हमले का आदेश दिया।
अमेरिका ने दोबारा युद्ध जैसी स्थिति के लिए हमास को ठहराया जिम्मेदार
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास ह्वाइट हाउस ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है और उसने इजराइल के फैसले का समर्थन किया। ह्वाइट हाउस ने साथ ही दोबारा युद्ध जैसी स्थिति के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया।
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि चरमपंथी समूह ‘युद्धविराम को बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था, लेकिन उसने इनकार कर दिया और युद्ध को चुना।’ मिस्र और कतर के साथ मध्यस्थता प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने पहले ही आगाह किया था कि हमास को जीवित बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए या फिर भारी कीमत चुकानी होगी। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, ‘इजराइल अब सैन्य ताकत बढ़ाकर हमास के खिलाफ काररवाई करेगा।’
इजराइल जल्द ही नए सिरे से जमीनी स्तर पर अभियान शुरू कर सकता है
इस बीच इजराइली सेना ने लोगों को पूर्वी गाजा छोड़ने का आदेश दिया। इसके बाद लोग मध्य की ओर बढ़ रहे हैं, जो दर्शाता है कि इजराइल जल्द ही नए सिरे से जमीनी स्तर पर अभियान शुरू कर सकता है। रातभर हुए हमलों ने शांति का दौर खत्म कर दिया है और 17 माह से जारी संघर्ष के फिर से शुरू होने की आशंका को बढ़ा दिया है, जिसमें 48,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए थे और गाजा तबाह हो गया।
हमास का आरोप : नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौता खत्म कर दिया
वहीं हमास द्वारा बंधक बनाकर रखे गए लगभग 24 इजराइली नागरिकों के भविष्य के बारे में इजराइल के हमलों के कारण संशय की स्थिति पैदा हो गई है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अब भी जीवित हैं। हमास ने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते को खत्म कर दिया और बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।
नेतन्याहू का फैसला शेष बंधकों के लिए ‘मौत की सजा’ के बराबर
हमास ने बयान में मध्यस्थों से इजराइल को ‘समझौते का उल्लंघन करने और उसे खत्म करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराने’ का आह्वान किया। इसने एक बयान में इजराइल की ओर से किए गए हमलों की निंदा की और कहा कि इन हमलों ने बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। हमास के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि फिर से युद्ध छेड़ने का नेतन्याहू का फैसला शेष बंधकों के लिए ‘मौत की सजा’ के बराबर है।
इज्जत अल-रिशेक ने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने अपने गठबंधन को बचाने के लिए हमले किए हैं और मध्यस्थों से इसका खुलासा करने का आह्वान किया कि किसने संघर्ष विराम को तोड़ा है। वहीं कई फलस्तीनियों ने कहा कि जब फरवरी की शुरुआत में संघर्षविराम के दूसरे चरण पर वार्ता निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाई, तभी उन्हें युद्ध फिर से शुरू होने की आशंका लग रही थी। इजराइल ने एक वैकल्पिक प्रस्ताव को अपनाया और हमास पर इसे स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए क्षेत्र के 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन तथा अन्य सहायता की सभी आवश्यक चीजों की आपूर्ति को रोक दिया।