ममता बनर्जी का आरोप – भाजपा का सिर्फ एक काम, 3-4 एजेंसियों के जरिए राज्य सरकारों पर कब्जा
कोलकाता, 27 जुलाई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके (भाजपा) के पास कोई काम नहीं है। उनका काम 3-4 एजेंसियों के जरिए सिर्फ राज्य सरकारों को अपने हाथ में लेना है। उन्होंने पहले महाराष्ट्र और अब झारखंड पर कब्जा कर लिया है, लेकिन बंगाल ने उन्हें हरा दिया है। बंगाल को तोड़ना आसान नहीं है क्योंकि आपको पहले रॉयल बंगाल टाइगर से लड़ना होगा।’
टीटागढ़ वैगन्स के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान शुरू करने के लिए मीडिया को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने साथ ही इस बात पर जोर भी दिया कि अदालत की ओर से किसी को दोषी ठहराये जाने के बाद दंडित किया जाना चाहिए, लेकिन जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक दलों को बदनाम करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
‘बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी‘, देश में 40 फीसदी बढ़ी बेरोजगारी
टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि बीजेपी 2024 में नहीं आएगी। मैं संख्याओं के बारे में बात कर सकती हूं और वे कहां से आएंगे… हालांकि, मुझे विश्वास है कि बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी। भारत में बेरोजगारी 40 फीसदी तक बढ़ी, लेकिन बंगाल में यह 45 फीसदी तक कम हुई है। आज मीडिया ट्रायल चल रहा है और वे लोगों को आरोपित कह रहे हैं। वे सिर्फ बंगाल की छवि बिगाड़ना चाहते हैं।’’
मीडिया कंगारू की भूमिका निभा रहा
ममता बनर्जी ने कहा शिक्षक भर्ती घोटाले में ‘मीडिया ट्रायल’ की निंदा की।’ उन्होंने कहा, “जब आप एक बड़ा संस्थान चलाते हैं, तो गलतियां हो सकती हैं। यदि किसी ने कोई गलती की है और वह कानूनी रूप से साबित हो गया है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए, लेकिन मैं किसी भी दुर्भावनापूर्ण मीडिया अभियान के खिलाफ हूं। मीडिया ‘कंगारू’ (अदालत) की भूमिका निभा रहा है। एक वरिष्ठ न्यायाधीश ने भी हाल ही में यह कहा था।”
‘उद्योगपतियों को भी धमकाया जा रहा
बनर्जी ने दावा किया कि केंद्र में विपक्षी नेताओं के साथ-साथ उद्योगपतियों को भी सत्तारूढ़ बीजेपी के इशारे पर एजेंसियों की ओर से धमकाया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘यदि एजेंसियां निष्पक्ष रूप से काम करती हैं तो मुझे कोई समस्या नहीं है। इनका इस्तेमाल पार्टियों को बदनाम करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।’