महाराष्ट्र : मानसून सत्र से पहले कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
मुंबई, 17 जुलाई। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र से पहले, विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ सोमवार को नारेबाजी की। पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर और मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ की अगुवाई में विधायक विधान भवन की सीढ़ियों पर एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) से केवल अंबादास दानवे इस प्रदर्शन में उपस्थित थे। वह राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी हैं। प्रदर्शन में शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से कोई विधायक मौजूद नहीं था। विपक्षी खेमे में शामिल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) ने विधानसभा के मॉनसून सत्र की पूर्व संध्या पर, रविवार को महाराष्ट्र सरकार की ओर से आयोजित चाय पार्टी का बहिष्कार किया।
मॉनसून सत्र आज शुरू हो रहा है। दानवे ने रविवार को पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने चाय पार्टी में शामिल होने के राज्य सरकार के आमंत्रण का बहिष्कार करने का फैसला किया है क्योंकि यह सरकार विभिन्न मोर्चों पर लोगों की समस्याओं को हल करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा था, ‘‘संवैधानिक मानदंडों पर इस सरकार की वैधता पहले से ही सवालों के घेरे में है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि सरकार ने जांच एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ करने की नीति अपनाई है ताकि विपक्ष पर दबाव बनाया जा सके कि वे सरकार में शामिल हों या फिर झूठे आरोपों और उत्पीड़न का सामना करें।