बेंगलुरु, 28 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और अब तक राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में बागडोर संभाल ली। राजभवन में पूर्वाह्न आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने बोम्मई को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
पूर्व सीएम येदियुरप्पा के पैर छूकर लिया आशीर्वाद
कर्नाटक में प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 61 वर्षीय बोम्मई इससे पहले येदियुरप्पा सरकार में गृह, कानून, संसदीय मामलों एवं विधायी कार्य मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे और इसके साथ ही हावेरी और उडुपी जिलों के प्रभारी मंत्री भी थे। लगातार तीन बार से शिग्गांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक बोम्मई ने शपथ लेने से पहले कहा कि उन्हें येदियुरप्पा के लंबे अनुभव का फायदा मिलेगा। उन्होंने शपथ लेने के बाद येदियुरप्पा के पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया।
गौरतलब है कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भाजपा में लंबे मंथन के बाद बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। येदियुरप्पा के करीबी माने जाने बसवराज बोम्मई को मंगलवार को कर्नाटक भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था।
पीएम मोदी ने बोम्मई को दी बधाई
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को बधाई दी है और उन्हें अच्छे और सार्थक कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की भी सराहना की।
पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बसवराज बोम्मई को बधाई। उनके पास विधायी और प्रशासनिक कामकाज का लंबा अनुभव है। मुझे उम्मीद है कि राज्य में हमारी सरकार द्वारा किए गए असाधारण कार्य को वह आगे बढ़ाएंगे। उन्हें बेहतरीन व सार्थक कार्यकाल की बधाई।’
येदियुरप्पा के योगदान को भी पीएम ने सराहा
एक अन्य ट्वीट में पीएम ने येदियुरप्पा की सराहना करते हुए कहा, ‘कर्नाटक के विकास और वहां पार्टी को मजबूती प्रदान करने में उनके विशाल योगदान का वर्णन करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। दशकों तक उन्होंने कड़ी मेहनत की, कर्नाटक के सभी इलाकों का दौरा किया और लोगों के साथ आत्मीय संबंध बनाए। समाज कल्याण को लेकर उनकी प्रतिबद्धता की सभी प्रशंसा करते हैं।’
पिता एसआर बोम्मई भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे
बसवराज बोम्मई के पिता एस.आर. बोम्मई भी कर्नाटक के 11वें मुख्यमंत्री थे। हुबली में 28 जनवरी,1960 को जन्मे बसवराज बोम्मई ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने पुणे में तीन साल तक टाटा मोटर्स में काम किया और फिर उद्यमी बने। उनके परिवार में पत्नी चेनम्मा और एक बेटा व एक बेटी हैं।
प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं बोम्मई
समझा जाता है कि बोम्मई की जाति, शैक्षणिक योग्यता, प्रशासनिक क्षमताएं और येदियुरप्पा व भाजपा के केंद्रीय नेताओं से करीबी इस पद के लिए उनके चयन की प्रमुख वजहें रही हैं। बोम्मई प्रभावशाली वीराशैव-लिंगायत समुदाय से आते हैं और येदियुरप्पा भी इसी समुदाय से हैं। राज्य की कुल आबादी में समुदाय की हिस्सेदारी 16-17 प्रतिशत है और इसे भाजपा के मजबूत वोट बैंक के तौर पर देखा जाता है।