जापान में लगातार आठवें वर्ष जन्मदर में गिरावट, घटती जनसंख्या पर सरकार ने जताई गंभीर चिंता
टोक्यो, 28 फरवरी। जापान में लगातार आठवें वर्ष जन्मदर में गिरावट दर्ज की गई है। जापान सरकार ने जन्मदर के आंकड़े घोषित करते हुए कहा कि तेजी से घटती जन्मदर राष्ट्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है। यदि अगले कुछ वर्षों में यह प्रवृत्ति नहीं बदली तो जापान का भविष्य सुखद नहीं होगा।
जापान में जन्मदर 1899 के बाद से न्यूनतम
ब्रिटिश समाचार पत्र द गार्जियन के अनुसार जापान में वर्ष 2023 में कुल 7,58,631 बच्चे पैदा हुए, जो पिछले वर्ष से करीब 5.1 प्रतिशत कम हैं। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को ये आंकड़े जारी किए। यह 1899 के बाद से जापान की न्यूनतम जन्मदर है।
विवाह करने की दर भी पिछले 90 वर्षों के निम्नतम स्तर पर
जापान सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार विवाह करने की दर भी पिछले 90 वर्षों के निम्नतम स्तर पर पहुंच चुकी है। वर्ष 2023 में 4,89,281 जोड़ों ने शादी की, जो पिछले साल से 5.9 प्रतिशत कम है। विवाह दर में कमी के परिणामस्वरूप जापान में शिशु जन्मदर भी गिरती जा रही है।
एक ताजा सर्वे के अनुसार जापान में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई जैसे कारणों से युवा परिवार की जिम्मेदारी निभाने में असमर्थ महसूस करते हैं और इस कारण विवाह से बचते हैं। जापान सरकार के मुख्य सचिव योशिमासा हयाशी ने मीडिया से कहा कि जापान की जन्मदर ‘गंभीर स्थिति’ में पहुंच चुकी है।
पीएम फुमियो किशिदा बोले – जापान की गिरती जन्मदर देश की सबसे बड़ी समस्या
यदि जापान में वर्ष 2030 तक जन्मदर गिरने का क्रम जारी रहा तो राष्ट्र की युवा आबादी इतनी कम हो जाएगी कि देश की स्थिति गंभीर हो जाएगी। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि जापान की गिरती जन्मदर देश की सबसे बड़ी समस्या है। जापान की शिशु जन्मदर 50 साल पहले करीब 21 लाख प्रतिवर्ष थी। उसके बाद से जन्मदर में लगातार कमी आती जा रही है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसमें बहुत तेजी से गिरावट हुई है।
जापान की कुल आबादी 12.50 करोड़
पहले विश्लेषक मान रहे थे कि करीब 7.60 लाख की जन्मदर वर्ष 2035 तक होगी, लेकिन नौ वर्ष पहले ही जन्मदर इस निम्न स्तर तक पहुंच गई। जापान की कुल आबादी 12.50 करोड़ है। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2027 तक 8.70 करोड़ रह जाएगी और इसमें 40 प्रतिशत आबादी 65 वर्ष से ज्यादा उम्रवालों की होगी।