नई दिल्ली, 20 अप्रैल। देश के महान क्रांतिकारी वीर सावरकर पर पिछले दिनों टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। देश के कई हिस्सों से लोग अपने -अपने अंदाज में राहुल पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल, ब्रिटेन में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयानबाजी को लेकर संसद में राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग उठी थी। इसी बीच ‘मोदी सरनेम’ को लेकर विवादित टिप्पणी के एक मामले में गुजरात की अदालत ने गत 23 मार्च को राहुल गांधी को दो वर्ष की सजा सुना दी और उसके अगले ही दिन उनकी लोकसभा की सदस्यता खत्म कर दी गई थी।
लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच ही उन्होंने सावरकर का नाम भी लिया और कहा कि वह सावरकर नहीं, गांधी हैं, इसलिए माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा था, ‘मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।’ राहुल के इसी बयान पर लिखी गई एक व्यंग्यात्मक गौर से पढ़ें।
आसान नहीं सावरकर होना!