टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने की संन्यास की घोषणा, कहा – ‘सर्किट में यह मेरा आखिरी वर्ष होगा’
मेलबर्न, 19 जनवरी। भारतीय महिला टेनिस को ऊंचाइयों पर ले जाने वालीं स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय टेनिस से संन्यास की घोषणा कर दी। यहां मेलबर्न पार्क में चल रही वर्ष की पहली ग्रैंड स्लैम स्पर्धा ऑस्ट्रेलियाई ओपन में महिला युगल के पहले दौर में हार के बाद सानिया मिर्जा ने कहा कि वर्ष 2022 डब्ल्यूटीए टूर में उनका आखिरी सीजन होगा और वह वास्तव में उसे पूरा करना चाहती हैं।
‘यकीन नहीं कि पूरे सीजन तक टिक पाऊंगी, लेकिन ऐसा करना चाहती हूं‘
लगभग 19 वर्षों से पेशेवर टेनिस खेल रहीं 35 वर्षीया सानिया ने कहा, ‘मैंने तय किया है कि यह मेरा आखिरी सीजन होगा। मैं इसे सप्ताह दर सप्ताह ले रही हूं। हालांकि मुझे यकीन नहीं है कि मैं इस सीजन तक रह सकती हूं, लेकिन मैं ऐसा करना चाहती हूं।’ बाद में उनके पिता और कोच इमरान मिर्जा ने भी ईएसपीएन से सानिया के बयान की पुष्टि की।
ऑस्ट्रेलियाई ओपन में महिला युगल के पहले दौर में परास्त
दरअसल, सानिया महिला युगल वर्ग में यूक्रेन की नादिया किचनोक के साथ जोड़ी बनाकर उतरी थीं। एक घंटा 37 मिनट तक चले मुकाबले में सानिया व नादिया की जोड़ी को स्लोवेनिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान ने 6-4,7-6 (5) से हरा दिया। किचनोक मैच के दौरान लय में नहीं दिख रही थीं। उन्होंने कई सहज गलतियां कीं।
मेलबर्न पार्क में कोर्ट नंबर पांच पर खेले गए इस मुकाबले के बाद सानिया ने कहा, ‘इसके (संन्यास लेने के) कुछ कारण हैं। यह ‘ठीक’ है, जितना आसान नहीं है। मैं खेलने नहीं जा रही हूं। मुझे लगता है कि मेरे ठीक होने में अधिक समय लग रहा है।’
‘उम्र बढ़ने के साथ मुझे रिकवर होने में समय लग रहा‘
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने तीन साल के बेटे (इजहान मिर्जा मलिक) को साथ लेकर इतनी यात्रा कर रही हूं। मैं उसको भी जोखिम में डाल रही हूं। यह कुछ ऐसा है, जिसे मुझे ध्यान में रखना है। मुझे लगता है कि मेरा शरीर खराब हो रहा है। आज मेरा घुटना बहुत दर्द कर रहा था। मैं यह नहीं कह रही कि इसी कारण से हम हार गए, लेकिन मुझे लगता है कि जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ रही है, मुझे रिकवर होने में समय लग रहा है।’
वर्ष 2003 में पेशेवर टेनिस करिअर शुरू करने वालीं सानिया ने कहा, ‘इसके अलावा मेरे लिए रोजाना उस प्रेरणा को खोजना। अब पहले जैसी ऊर्जा नहीं है। पहले की तुलना में अब ज्यादा दिन ऐसे होते हैं, जब मेरा ऐसा करने का मन नहीं होता। मैंने हमेशा कहा है कि मैं तब तक खेलूंगी, जब तक मैं उस क्षण का आनंद उठाती रहूंगी। मुझे यकीन नहीं है कि मैं अब उस प्रक्रिया का उतना आनंद ले रही हूं।’
वर्ष 2010 में स्टार पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से रचाई थी शादी
वर्ष 2010 में पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर और पूर्व कप्तान शोएब मलिक से शादी रचाने वाली सानिया एकल टेनिस की शीर्ष 100 में पहुंचने वाली अकेली भारतीय महिला खिलाड़ी रही हैं। वह अपने शीर्ष काल के दौरान एकल मुकाबलों में भी स्वयं से उच्च रैंकिंग वाली खिलाड़ियों को हरा चुकी हैं, जिनमें स्वेतलाना कुज्नेत्सोवा, वेरा ज्वोनारेवा, मेरियन बर्टोली, पूर्व नंबर-एक मार्टिना हिंगिस, दिनारा सफिना और विक्टोरिया अजारेंका जैसी स्टार शामिल हैं।
पेशेवर टेनिस करिअर में जीत चुकी हैं छह ग्रैंड स्लैम युगल खिताब
महिला युगल में पूर्व विश्व नंबर एक सानिया ने अपने पेशेवर टेनिस करिअर में अब तक छह ग्रैंड स्लैम युगल खिताब जीते हैं। इसमें तीन मिश्रित युगल और तीन महिला युगल उपाधियां शामिल हैं। उन्होंने महिला युगल में 2015 में विम्बलडन और यूएस ओपन और 2016 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीता था। इससे पहले वह 2011 फ्रेंच ओपन का महिला युगल फाइनल खेली थीं। वहीं, मिश्रित युगल में 2009 में विम्बलडन, 2012 में फ्रेंच ओपन और 2014 में यूएस ओपन खिताब पर नाम लिखा चुकी हैं।