1. Home
  2. हिन्दी
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. ‘सस्ती डील जहां मिलेगी, वहीं से लेंगे तेल’ – रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार का अमेरिका को सख्त संदेश
‘सस्ती डील जहां मिलेगी, वहीं से लेंगे तेल’ – रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार का अमेरिका को सख्त संदेश

‘सस्ती डील जहां मिलेगी, वहीं से लेंगे तेल’ – रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार का अमेरिका को सख्त संदेश

0
Social Share

नई दिल्ली, 24 अगस्त। रूस से तेल खरीद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नाराजगी के बीच भारत ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने देश की ऊर्जा जरूरतों के लिए जहां से सस्ता और अच्छा तेल मिलेगा, वहीं से खरीदेगा। यह बयान रूस में भारत में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने रविवार को रूसी एजेंसी TASS से बातचीत में दिया है।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने हाल ही में भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जो 27 अगस्त से लागू होने जा रहा है। ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ गत सात अगस्त से ही लागू कर रखा है। यानी 27 अगस्त से कुल आयात शुल्क बढ़कर 50 फीसदी हो जाएगा। विनय कुमार ने इसे अनुचित, असंगत और नाइंसाफी बताया है।

राजनीतिक दबाव में नहीं आएगा भारत

भारत का कहना है कि तेल की खरीद किसी राजनीतिक दबाव से नहीं बल्कि व्यावसायिक कारणों से होती है। विनय कुमार ने कहा, ‘अगर व्यापार की शर्तें सही होंगी तो भारतीय कम्पनियां वहीं से तेल खरीदेंगी, जहां सबसे अच्छी डील मिलेगी।’

कुमार ने यह भी कहा कि अमेरिका का यह कदम समझ से परे है क्योंकि अमेरिका और यूरोप के कई देश अब भी रूस से व्यापार कर रहे हैं। भारत लगातार कहता आ रहा है कि उसकी पहली प्राथमिकता 1.4 अरब (140 करोड़) लोगों की ऊर्जा सुरक्षा है।

जयशंकर ने भी अमेरिकी टैरिफ की आलोचना की थी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी हाल ही में कहा था कि भारत किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने भी अमेरिकी टैरिफ को अनुचिक और असंगत बताया था।

भारत अब रूस को बढ़ाएगा निर्यात

विनय कुमार ने भरोसा दिलाया कि रूस से तेल के भुगतान में कोई समस्या नहीं है। भारत और रूस के बीच अब स्थानीय मुद्राओं में भुगतान की व्यवस्था काम कर रही है। तेल से आगे बढ़ते हुए भारत अब रूस को इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, कपड़ा और निर्माण सामग्री जैसे उत्पादों का निर्यात बढ़ाने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का निर्यात बढ़ा है, लेकिन अब भी बहुत संभावनाएं बाकी हैं। खासकर, डिजिटल सेवाओं, फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और आईटी सेक्टर में बड़े मौके हैं।

भारत का यह बयान ऐसे समय आया है, जब रूस के साथ संबंध बनाने वाले देशों पर अमेरिका दबाव डाल रहा है। हालांकि भारत ने साफ किया है कि उसका व्यापार बाजार की हकीकतों पर आधारित है न कि राजनीतिक आदेशों पर। विनय कुमार ने कहा, ‘सरकार देश के हितों की रक्षा करती रहेगी और समझौता नहीं करेगी।’

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code