भारत ने पांचवीं बार जीती एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी हॉकी, कड़े फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से दी शिकस्त
हुलुनबुइर (चीन), 17 सितम्बर। चैम्पियन भारत ने यहां हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी (ACT) हॉकी के आठवें संस्करण में अपनी असंदिग्ध श्रेष्ठता कायम रखी और मंगलवार को खेले गए संघर्षपूर्ण फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से हराकर पांचवीं बार सर्वजेता का गौरव अर्जित किया। इसके पूर्व कांस्य पदक के लिए खेले गए मैच में पाकिस्तान ने कोरिया को 5-2 से परास्त किया।
Congratulations to the Indian Men's Hockey Team on clinching their record-breaking 5th Asian Champions Trophy title! 🏆🏑
With a hard-fought 1-0 victory over China, India have not only retained their crown from 2023 but also solidified their position as the most successful team… pic.twitter.com/akCC5N6kGv
— Hockey India (@TheHockeyIndia) September 17, 2024
जुगराज सिंह ने अंतिम क्वार्टर में किया भारत का इकलौता गोल
एक दिन पहले ही तीन बार के पूर्व विजेता पाकिस्तान पर शूटआउट के जरिए स्तब्धकारी जीत से पहली बार फाइनल का सफर तय करने वाली चीन टीम ने हुलुनबुइर स्थित मोकी ट्रेनिंग बेस ग्राउंड पर स्वर्ण पदक के लिए खेले गए मुकाबले में FIH विश्व रैंकिंग में पांचवें क्रम के भारतीय दल को कड़ी टक्कर दी और तीसरे क्वार्टर तक गत चैम्पियनों को गोलरहित रोक रखा था। फिलहाल जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में भारत के लिए निर्णायक गोल कर दिया।
After a fiercely contested 50 minutes of non-stop action, India finally broke through the deadlock with a crucial strike from Jugraj Singh, making it 1-0. That lone goal was all it took to secure the victory, and with it, the title!
Congratulations to the entire squad for their… pic.twitter.com/JPAdHQcogA
— Hockey India (@TheHockeyIndia) September 17, 2024
दिलचस्प तो यह है कि चीन दूसरी बार ही किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था। इससे पहले उसने एशियाई खेल 2006 फाइनल खेला था, जिसमें उसने कोरिया ने 3-1 से हराया था। विश्व रैंकिंग में 23वें क्रम की चीनी टीम ने अपने दर्शकों के सामने 50 मिनट तक उन भारतीयों की कड़ी परीक्षा ली, जो राउंड रॉबिन लीग के सभी पांच मैचों में अजेय रहने के बाद सेमीफाइनल में कोरिया पर चार गोल ठोकने के बाद फाइनल तक पहुंचे थे।
खैर, पेरिस ओलम्पिक खेलों के कांस्य पदक विजेता भारत ने विपक्षी दुर्ग पर हमले जारी रखे और खेल समाप्ति से नौ मिनट पहले उसे वांछित सफलता भी मिल गई, जब कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने विपक्षी सर्किल में जुगराज की ओर पास बढ़ाया और उन्होंने विपक्षी गोली को परास्त करने में कोई गलती नहीं की।
Congratulations and best wishes to the Indian Men’s Hockey Team on winning the Asian Champions Trophy title for a record 5th time! This remarkable achievement has made the entire Nation proud. 👏@TheHockeyIndia #HockeyIndia #ACT24Finals #INDvCHN pic.twitter.com/8xaMr1V1gW
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) September 17, 2024
कप्तान हरमनप्रीत ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट‘
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया, जिन्होंने आज के गोल में जुगराज की मदद के अलावा सात मैचों में कुल सात गोल किए। इनमें फाइनल के पहले पिछले तीन मैचों में क्रमशः कोरिया, पाकिस्तान व कोरिया (सेमीफाइनल) खिलाफ मैचों में उनकी स्टिक से आए दो-दो गोल शामिल थे। वहीं मलेशिया के खिलाफ लीग मैच में 8-1 की बड़ी जीत के दौरान उन्होंने एक गोल किया था।
India's Asian Champions Trophy heroes rewarded! 🏆🇮🇳
The victorious Indian Men's Hockey Team gets a well-deserved bonus for their record 5th title win! Each player will receive ₹3 lakhs, while support staff members will be awarded ₹1.5 lakhs each.
This well-deserved reward… pic.twitter.com/cvI8avkpvx
— Hockey India (@TheHockeyIndia) September 17, 2024
हॉकी इंडिया ने की नकद पुरस्कार राशि की घोषणा
उल्लेखनीय है कि 2011, 2016, 2018 व पिछले वर्ष भी खिताब जीत चुकी भारतीय टीम ने पहले राउंड रॉबिन लीग मैच में चीन को 3-0 से हराया था, लेकिन फाइनल मुकाबला काफी कठिन रहा। हॉकी इंडिया ने इस जीत पर हर खिलाड़ी को तीन लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ को डेढ़ लाख रुपये नकद पुरस्कार देने का एलान किया है।
भारत एक भी शॉर्ट कॉर्नर नहीं भुना सका
मुकाबले की बात करें तो पहले दो क्वार्टर में भारत ने गोल करने के कई मौके बनाए, लेकिन चीन भी जवाबी हमले में पीछे नहीं था। राजकुमार पाल ने पहला हमला बोला, जिसे चीन के गोलकीपर वांग वेइहाओ ने बचा लिया। राजकुमार ने दसवें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर दिलाया, लेकिन हरमनप्रीत सिंह गोल नहीं कर सके। दो मिनट बाद नीलाकांता शर्मा का शॉट वांग ने बचाया और अगले मिनट सुखजीत सिंह को गोल नहीं करने दिया। पहले क्वार्टर से कुछ सेकेंड पहले भी भारत ने पेनाल्टी कॉर्नर गंवाया, लेकिन कृष्ण बहादुर पाठक गोल के सामने मुस्तैद थे।
The glorious moment when #TeamIndia seized the #ACT2024 gold 🇮🇳 🏆 #SonySportsNetwork #HockeyIndia #INDvsCHN #DilSeHockey | @thehockeyindia pic.twitter.com/7Jue5Gkt71
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दूसरे क्वार्टर में भी कहानी यही रही, जब गेंद पर नियंत्रण में भारत ने बाजी मारी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। भारत को 27वें मिनट में सुखजीत ने पेनाल्टी कॉर्नर दिलाया, लेकिन हरमनप्रीत का शॉट गोलपोस्ट से टकरा गया।
दूसरे हाफ में चीनी फारवर्ड पंक्ति ने लगातार हमले बोले और 38वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर बनाया, लेकिन भारतीय डिफेंस चौकस था। चीन को 40वें मिनट में लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिन पर भारतीय गोलकीपर पाठक ने गोल नहीं होने दिया।
फिलहाल भारत के गोल के सूत्रधार हरमनप्रीत रहे, जो जबर्दस्त स्टिक वर्क दिखाते हुए चीनी सर्किल में घुसे और जुगराज को गेंद सौंपी, जिन्होंने गोल करने में कोई चूक नहीं की। हूटर से चार मिनट पहले चीन ने अपने गोलकीपर को हटाकर अतिरिक्त खिलाड़ी को उतारा, लेकिन बराबरी का गोल नहीं कर सका।
पाकिस्तान को कांस्य पदक, पिछड़ने के बाद कोरिया पर ठोके 5 गोल
इसके पूर्व पाकिस्तान ने चीन के खिलाफ मिली स्तब्धकारी पराजय की निराशा कुछ हद तक दूर की, जब उसने कोरिया के खिलाफ हाफ टाइम तक एक गोल से पिछड़ने के बाद एक के बाद एक पांच गोल ठोक दिए। पाकिस्तान की जीत में सुफियान खान (38 वां व 49वां मिनट), हन्नान शाहिद (39वां व 54वां मिनट) और रूमन (45वां मिनट) ने गोल किए जबकि कोरिया की ओर से जुंगजुन ली (16 मिनट) व जिहुन यांग (40वां मिनट) ने गोल किए।