1. Home
  2. देश-विदेश
  3. अफगानिस्तान संकट :  भारत ने तालिबान से शुरू की औपचारिक बातचीत, आतंकवाद को लेकर जताई चिंता
अफगानिस्तान संकट :  भारत ने तालिबान से शुरू की औपचारिक बातचीत, आतंकवाद को लेकर जताई चिंता

अफगानिस्तान संकट :  भारत ने तालिबान से शुरू की औपचारिक बातचीत, आतंकवाद को लेकर जताई चिंता

0
Social Share

नई दिल्ली, 31 अगस्त। अफगानिस्तान पर इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान के कब्जे से क्षेत्र में उभरीं सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर भारत ने तालिबान से औपचारिक बातचीत शुरू कर दी है। मंगलवार तड़के तक अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से पूरी तरह वापसी होने के बाद आधिकारिक स्तर पर यह बातचीत शुरू हुई।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल की मंगलवार को दोहा में तालिबान के नेताओं से मुलाकात हुई है। उधर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंटन ने कहा है कतर की राजधानी दोहा से ही उनका देश अफगानिस्तान के मामलों को देखेगा और भारत भी अब ऐसा ही करता प्रतीत हो रहा है।

दोहा स्थित भारतीय दूतावास में तालिबान के प्रमुख नेता से स्टेनकजई से मुलाकात

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘मंगलवार को भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने कतर की राजधानी दोहा स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई से मुलाकात की। यह मुलाकात तालिबान के अनुरोध पर दोहा स्थित भारतीय दूतावास में हुई।’

बयान के अनुसार इस मुलाकात में सुरक्षा और अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की जल्द वापसी को लेकर बातचीत हुई। अफगान नागरिकों, खासकर उन अल्पसंख्यकों का भी मुद्दा उठा, जो भारत आना चाहते हैं।

दीपक मित्तल ने भारत की चिंता से तालिबान को अवगत कराया

भारतीय राजदूत मित्तल ने भारत की चिंता को भी तालिबान के सामने रखा। भारत ने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों और किसी भी रूप में आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए। तालिबान के प्रतिनिधि ने भी भारतीय राजदूत को आश्वस्त किया कि भारत की सभी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा।

भारत व तालिबान का एक-दूसरे के प्रति रुख लचीला

गौरतलब है कि तालिबान और भारत के बीच भविष्य के संबंधों को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। लेकिन दोनों पक्षों के हालिया बयानों से कुछ चीजें स्पष्ट हो रही हैं। तालिबान के बयान भी भारत को लेकर बहुत आक्रामक नहीं है और भारत ने भी तालिबान को सीधे निशाने पर नहीं लिया है। तालिबान के बयानों को देखें तो लगता है कि 1996 से 2001 के बीच का जो तालिबान था, वो 2021 में नई लाइन लेता प्रतीत रहा है।

तालिबान भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है : स्टेनकजई

तालिबान के प्रमुख नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई ने हाल ही में भारत को इलाके का अहम देश बताया था और कहा था कि तालिबान भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है। स्टेनकजई ने कहा था, ‘हम भारत के साथ व्यापारिक, आर्थिक और राजनीतिक रिश्ते बरकरार रखना चाहते हैं।’

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code