मुंबई, 28 जून। सीमित ओवरों की सीरीज के लिए अगले माह श्रीलंका दौरे पर जाने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि यह दौरा आगामी टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए काफी महत्वपूर्ण रहेगा और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की इस पर खास नजर रहेगी।
सभी युवा खिलाड़ियों को नहीं दे सकते खेलने का मौका
इस सीरीज के जरिए कोच की भूमिका में वापसी कर रहे द्रविड़ ने हालांकि ऐसी संभावना से इनकार किया कि चयनित सभी युवा खिलाड़ियों को मैच खेलने का मौका मिल जाएगा। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख द्रविड़ ने टीम की रवानगी से पूर्व कहा, ‘मुझे लगता है कि इस संक्षिप्त दौरे पर हमसे यह उम्मीद करना शायद अवास्तविक होगा कि हर किसी को मौका दिया जाए, जिसमें तीन टी20 मैच और तीन एक दिनी खेले जाने हैं। चयनकर्ता भी वहां होंगे।’
टीम के छह खिलाड़ियों के खाते में एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं
ज्ञातव्य है कि सभी युवा खिलाड़ी आगामी अक्टूबर में प्रस्तावित टी20 विश्व कप के लिए अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करना चाहते हैं। शिखर धवन की कप्तानी में कम अनुभवी टीम श्रीलंका दौरे पर जा रही है। इनमें छह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज 13 जुलाई से एक दिनी मैचों के साथ शुरू होगी, जिसके बाद 21 जुलाई से टी20 मैच खेले जाएंगे। वस्तुतः श्रीलंका में एक दिवसीय मैचों की तुलना में तीन टी20 ज्यादा अहमियत रखेंगे क्योंकि विश्व कप से पहले ये भारत के अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे।
सीरीज जीतने की कोशिश ही टीम का मुख्य लक्ष्य
पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने कहा, ‘इस टीम में काफी खिलाड़ी हैं, जो आगामी विश्व के लिए टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहते हैं और कुछ जगह बनाना चाहते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि टीम में हर किसी का मुख्य लक्ष्य सीरीज जीतने की कोशिश करना है।’
उन्होंने कहा, ‘हमारा मुख्य उद्देश्य सीरीज जीतना है और उम्मीद करते हैं कि खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए मौका मिलेगा। विश्व कप से पहले सिर्फ तीन टी20 मैच ही हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि चयनकर्ताओं और प्रबंधन को अब तक अंदाजा हो गया होगा कि वे किस तरह की टीम चाहते हैं।’