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कोलकाता कांड पर IMA का फैसला – 17 अगस्त को गैर-आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे बंद रहेंगी

कोलकाता कांड पर IMA का फैसला – 17 अगस्त को गैर-आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे बंद रहेंगी

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नई दिल्ली, 16 अगस्त। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए देशभर में गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को बंद रखने की घोषणा की है। यह निर्णय कोलकाता के एक अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक युवा प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की घटना के बाद लिया गया है।

हड़ताल के दौरान जारी रहेंगी आवश्यक सेवाएं

हालांकि हड़ताल के दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी, लेकिन बाह्य रोगी विभाग (OPD) बंद रहेंगे और वैकल्पिक सर्जरी स्थगित रहेगी। हड़ताल के दौरान, मृत लेडी डॉक्टर के लिए न्याय, डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून और अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने जैसी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।

IMA ने एक बयान जारी कर कहा है कि एसोसिएशन ने अधिकारियों से स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा और अस्पताल परिसर में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल काररवाई करने का आह्वान किया है। नौ अगस्त को हुई क्रूर घटना के बाद इस अन्याय का विरोध करने वालों के खिलाफ हिंसा हुई, जो पीड़ितों का जीवन बचाने के लिए प्रतिबद्ध लोगों की सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखने में एक बड़ी विफलता को दर्शाता है।

आईएमए ने अस्पताल में बेवजह की बर्बरता की निंदा की, जो गत नौ अगस्त से जारी है। आईएमए ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह अराजकता डॉक्टर की दुखद मौत की जांच में महत्वपूर्ण सबूतों को खतरे में डाल सकती है।

IMA एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. विनय अग्रवाल ने कहा, ‘हमारी मांग है कि जिस महिला डॉक्टर की हत्या हुई, उनको न्याय मिले। डॉक्टरों को हिंसा से बचाने के लिए केंद्रीय कानून बनाया जाए और अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए।‘ उन्होंने कोलकाता अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की भी निंदा की।

40 प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में मचाया था तांडव

उल्लेखनीय है कि कोलकाता पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों के रूप में लगभग 40 व्यक्तियों ने अस्पताल में घुसपैठ की, भारी नुकसान पहुंचाया और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया। उपद्रवियों ने सीसीटीवी कैमरे नष्ट कर दिए, वाहनों को पलट दिया और कई अधिकारियों को घायल कर दिया, जिसके कारण पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। शायद यही वजह है कि प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत से साथ-साथ अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले की जांच का जिम्मा भी सीबीआई को सौंप दिया गया है।

FORDA ने फिर शुरू कर दी है हड़ताल

इस बीच आरजी कर अस्पताल में बुधवार रात हुई हिंसा के बाद, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) इंडिया ने अपनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल फिर शुरू कर दी। इससे पहले उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद वापस ले लिया था।

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