आईसीसी ने रवींद्र जडेजा पर ठोका जुर्माना, आचार संहिता के उल्लंघन में मैच फीस की 25 फीसदी राशि काटी
नई दिल्ली, 11 फरवरी। भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में तीसरे दिन शनिवार को ही निर्णीत प्रथम टेस्ट के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे स्टार हरफनमौला रवींद्र जडेजा को आईसीसी की आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है और विश्व क्रिकेट को संचालित करने वाली सर्वोच्च संस्था ने इस अपराध के लिए एक डिमेरिट प्वॉइंट के साथ भारतीय क्रिकेटर के मैच फीस की 25 फीसदी राशि काट ली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के अनुसार जडेजा को लेवल 1 के अपराध का दोषी पाया गया है। उन्होंने पहली पारी के दौरान अंपायर की अनुमति के बिना अपनी बाईं तर्जनी पर एक क्रीम लगाई और इसके लिए उन्हें एक डिमेरिट प्वॉइंट मिला है जबकि मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया।
24 महीने की अवधि में जडेजा का यह पहला अपराध
रवींद्र जडेजा को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन करते पाया गया, जो खेल भावना के विपरीत आचरण प्रदर्शित करने से संबंधित है। इसके अलावा जडेजा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। 24 महीने की अवधि में यह उनका पहला अपराध था।
गौरतलब है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी के दौरान 46वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान जडेजा अपने इंडेक्स फिंगर पर एक क्रीम लगाते हुए नजर आए थे। वायरल वीडियो में जडेजा ने सिराज के हाथ पर मौजूद क्रीम को लिया और अपनी बाएं हाथ की अंगुली पर रगड़ते हुए नजर आए, इस दौरान उनके उसी हाथ में गेंद भी थी, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और मीडिया ने उन पर बॉल टैंपरिंग का भी आरोप लगाया था।
हालांकि इसके लिए फील्ड अंपायर की परमिशन जरूरी होती है, लेकिन भारतीय टीम ने ऐसा नहीं किया था। भारतीय टीम प्रबंधन ने बताया था कि फिंगर स्पिनर अपने गेंदबाजी हाथ की तर्जनी पर मौजूद सूजन पर क्रीम लगा रहा था। यह ऑन-फील्ड अंपायरों से अनुमति मांगे बिना किया गया था।