कर्नाटक में फिर उभरा हिजाब विवाद : राज्य सरकार ने परीक्षा केंद्रों पर हिजाब पहनने की दी इजाजत, विरोध-प्रदर्शन की धमकी
बेंगलुरु, 22 अक्टूबर। कर्नाटक सरकार ने छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान हिजाब पहनने की इजाजत दे दी है। इस फैसले से एक बार फिर उस मसले पर बहस शुरू हो गई है, जिसने पिछले वर्ष काफी विवाद खड़ा किया था।
उच्च शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर ने जारी किया आदेश
राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर ने हिजाब को लेकर यह आदेश जारी किया है। एक तरफ जहां हिन्दू समर्थक समूहों ने इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की धमकी दी है वहीं दूसरी ओर सुधाकर ने छात्राओं को हिजाब पहनने की अनुमति देने के फैसले का बचाव किया है।
बोले – धर्मनिरपेक्ष देश में सभी लोग अपनी इच्छा के अनुसार कपड़े पहन सकते हैं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एमसी सुधाकर ने कहा कि लोग अपनी मर्जी के हिसाब से कपड़े पहनने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा, ‘यह धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां सभी लोग अपनी इच्छा के अनुसार कपड़े पहन सकते हैं।’ हायर एजुकेशन मिनिस्टर ने निर्देश दिया कि हिजाब पहनने वाली छात्राओं को परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। इस दौरान उनकी अच्छे से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम किसी भी तरह का गड़गड़ी नहीं चाहते हैं।’ यहां तक कि NEET में भी इसकी इजाजत होगी। हिजाब का समर्थन करने वाली छात्राओं के लिए इसे बड़ी राहत माना जा रहा है।
आदेश के खिलाफ विरोध करने की धमकी
वहीं एमसी सुधाकर ने हिजाब को लेकर इस आदेश के खिलाफ विरोध करने की धमकी देने वाले समूहों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘मैं इन लोगों के तर्क को नहीं समझ पाता हूं। यह तो एक तरह का चयनात्मक विरोध है।’ उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोई किसी और के अधिकारों का उल्लंघन कैसे कर सकता हैं। हमारा देश तो एक धर्मनिरपेक्ष देश है।
गौरतलब है कि हिजाब पहनने वाली छात्राओं को लेकर जनवरी, 2022 में उस समय विवाद खड़ा हुआ था, जब उडुपी महिला प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में मुस्लिम स्कूली छात्राएं हेडस्कार्फ पहनकर कक्षाओं में शामिल हुईं। इसके खिलाफ छात्रों के एक समूह से जोरदार प्रदर्शन किया था।