गुजरात चुनाव : आज थम जाएगा पहले चरण का चुनाव प्रचार, भाजपा-आप-कांग्रेस के दिग्गज झोंकेंगे ताकत
अहमदाबाद, 29 नवंबर। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में एक दिसंबर को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रचार मंगलवार 29 नवंबर की शाम पांच बजे थम जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती ने सोमवार को बताया कि पहले चरण में एक दिसंबर को 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए कुल 788 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। ऐसे में आज गुजरात में चुनावी रैलियों का रेला नजर आएगा। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज दाहोद, खेड़ा और अहमदाबाद में करेंगे रैली और जनसभा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी 3 रैलियों को संबोधित करेंगे। इधर आम आदमी पार्टी भी रोड शो करेंगी।
गुजरात चुनाव के पहले चरण में 788 उम्मीदवारों की साख दांव पर लगी है। ऐसे में हर पार्टी आज चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकते हुए नजर आएगी। अमित शाह आज चार ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे। वहीं जेपी नड्डा देवगढ़ बारिया में जनसभा, भावनगर में रोड शो और रावपुरा में जनसभा करेंगे। दरअसल, इस बार भाजपा को गुजरात चुनाव में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि आम आदमी पार्टी भी मैदान में कूद पड़ी है।
आम आदमी पार्टी की ओर से अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में काफी रैलियों और जनसभाओं को संबोधित किया। केजरीवाल ने लिखकर दिया है कि इस बार गुजरात में उन्हीं की सरकार बन रही है। आप पार्टी ने गुजरात चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भी आप उम्मीदवारों के लिए आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रचार करते दिखेंगे। भगवंत मान 6 रोड शो करेंगे और आप प्रत्याशियों के लिए जनता से वोट मांगेंगे।
गुजरात में इस बार कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में आप और भाजपा से काफी पीछे नजर आ रही है। हालांकि, पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस के भी कई दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खरगे समेत चुनाव प्रचार करने मैदान में नजर आएंगे। बता दें कि पहले चरण में गुजरात की 89 विधानसभा सीटों पर मतदान होने जा रहा है। इसके लिए 1 दिसंबर को वोटिंग होगी। पहले चरण में चुनावी मैदान में 788 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में उतरे हैं। दूसरे चरण में 5 दिसंबर को 93 सीटों पर मतदान होगा और नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
गुजरात में भारतीय जनता पार्टी 27 साल से राज कर रही है। पिछले कुछ सालों से कांग्रेस की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार ढलान की ओर जाता नजर आ रहा है। ऐसे में पीएम मोदी की जन्म और कर्मभूमि गुजरात में भाजपा को चुनाव जीतने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। हालांकि, इस बार हालात एकदम जुदा हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस ने कुछ बेहतर प्रदर्शन किया था। ऐसे में कांग्रेस को हल्के में नहीं लिया जा सकता।